इंमाम हुसैन
तीसरी हिजरी कमरी वर्ष के शाबान महीने की तीन तारीख थी। इसी दिन हज़रत अली अलैहिस्सलाम के घर में प्रकाश के चांद हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का जन्म हुआ।
सलवाते शाबानिया
اللَّهُمَّ صَلِّ عَلَى مُحَمَّدٍ وَ آلِ مُحَمَّدٍ شَجَرَةِ النُّبُوَّةِ وَ مَوْضِعِ الرِّسَالَةِ وَ مُخْتَلَفِ الْمَلائِكَةِ وَ مَعْدِنِ الْعِلْمِ وَ أَهْلِ بَيْتِ الْوَحْيِ
salwat e shabaniya
हे लोगों! जान लो कि अल्लाह का महीना, बरकतों, रहमतों और गुनाहों की बख़्शिशों के साथ तुम्हारी तरफ़ आया है, वह महीना जो अल्लाह के नज़दीक तमाम महीनों से अधिक महत्वपूर्ण है, और जिसके दिन दूसरे...
तीन शाबान के आमाल
यह बड़ा बा-बरकत दिन है! शेख़ ने मिस्बाह में फ़रमाया है की ईस रोज़ ईमाम हुसैन (अस:) की विलादत हुई, ईमाम अस्करी (अ:स) के वकील क़ासिम बिन अल-हमादानी की तरफ़ से फ़रमान जारी हुआ की जुमारात 3 शाबान...
पैग़म्बर की बेसत क्या है
वह एक रहस्यमय रात थी। चांद का मंद प्रकाश नूर नामक पर्वत और उसके दक्षिण में स्थित मरूस्थल पर फैला हुआ था। मक्का और उसके आसपास की प्रकृति पर गहरी निद्रा छायी हुई थी।
यह बड़ी मुबारक रातों में से है क्योंकि यह रसूल अल्लाह (स:अ:व:व) के मबअस (तबलीग़ पर मामूर होने) की रात है और इस रात के कुछ विशेष अमाल हैं
सीरिया
सुरक्षा सूत्रों ने सीरिया में हलब शहर के पास फूआ व कफ़रिया क्षेत्र में धमाके की ख़बर दी है।
इमाम मोहम्मद तक़ी
दस रजब सन 195 हिजरी क़मरी को पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम का जन्म हुआ और मानव जाति के मार्गदर्शन का एक और सूर्य जगमगाने लगा
रजब के आमाल
ग़ौरतलब है कि इस्लामी कैलेंडर में रजब, शाबान और रमज़ान के महीनों को बहुत अहमियत हासिल है और बहुत सी रिवायतों में इनकी श्रेष्ठता और फ़ज़ीलत के बारे में बयान हुई हैं। जैसा कि पैग़म्बरे इस्लाम...
अय्यामे बीज़ के आमाल
रजब के महीने की 13, 14 और 15 तारीख़ के अय्यामे बीज़ कहा जाता है, इन दिनों की बहुत फज़ीलत बयान की गई है, इन दिनों के कुछ ख़ास आमाल है जिनको अंजाम देना बहुत सवाब रखता है।
टोयोटा और दाइश
जब ब्रिटिश समाचार पत्र इंडिपेंडेंट ने सीरिया और मध्य पूर्व की जंग को “सोने की खान” बताया और अमरीकी समाचार पत्र वाशिंगटन पोस्ट ने हथियार निर्माता कंपनियों के शेयरों की क़मीतें बढ़ने क बारे...
इमाम अली नक़ी की शहादत
वर्ष 254 हिजरी क़मरी के रजब महीने की तीसरी तारीख़ पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम के एक अन्य पौत्र की शहादत की याद दिलाती है।
रजब की दुआ
रजब के महीने में यह दुआ रोज़ाना की नमाज़ों के बाद ताक़ीबात के तौर पर पढ़ी जाती है
रजब के आमाल
रजब के महीने की पहली रात बहुत ही बरकतों वाली है, इस रात में कुछ आमाल बताए गए हैं जिनको करने का बहुत सवाब है, वह आमाल यह हैं...
लैलतुल रग़ाएब
रजब महीने की पहली शबे जुमा (गुरुवार की रात) को लैलतुर रग़ाएब कहा जाता है यानी आर्ज़ूओं और कामनाओं की रात ...
न्याय, हिंदी किताब (pdf)
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किताब, यह हक़ीक़त है
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इस्लाम के मूल सिद्धांत
इस पुस्तक में शिया अक़ीदों के बारे में महान मरजए तक़लीद और दार्शनिक आयतुल्लाह शेख़ मिसबाह यज़दी ने बहुत ही तार्किक तरीक़े से बयान किया है, इस किताब में हम इंसान को पैदा किए जाने के लक्ष्य,...
हमारे अक़ीदे हिन्दी किताब डाउनलोड करें (pdf हिंदी)
इस किताब के लेखक महान धर्मगुरु और अरजए तक़लीद आयतुल्लाह मकारिम शीराज़ी हैं, उन्होंने इस किताब में शिया अक़ीदों और विश्वासों के बारे में बहुत ही संक्षेप में तार्किक तरीक़े से बताया है।
सच्चा अज़ादार किताब डाउनलोड करें (pdf हिंदी)
सच्चा अज़ादार कौन, हिंदी किताब