अरब सबसे बड़े काफ़िर और मुनाफ़िक़ हैं: हसन नसरुल्लाह

हिज्बुल्लाह लेबनान के महासचिव सैय्यद हसन नसरुल्लाह ने कहाः यहां तक की हमारे कट्टर शत्रु ज़ायोनी शासन ने भी इन्साफ़ से काम लिया और कहा कि हिज्बुल्लाह सच कहता है, लेकिन अरब जो कि सबसे बड़े काफ़िर और मुनाफ़िक़ है ने हिज़्बुल्लाह की सच्चाई के बारे में संदेह किया जो कि इतिहास में साबित हो चुकी है।

सैय्यद हसन नसरुल्लाह ने अपने कमांडर मुस्तफ़ा बदरुद्दीन की शहादत के सातवे दिन पर आयोजिक कार्यक्रम में कहाः हम पिछले 34 सालों से ज़ायोनियों से संघर्ष कर रहे हैं लेकिन हम ने कभी भी झूठ नहीं बोला, और हमारे शत्रु ने हमारी सच्चाई और वीरता को स्वीकार किया।

उन्होंने कहाः हमने जांच की है और हमको मुस्तफ़ा बदरुद्दीन की शहादत में ज़ायोनी शासन के हाथ होने के कोई भी चिन्ह नहीं मिले हैं, अगरचे हम इस मामले में इस्राईल को बरी नहीं कर रहे हैं लेकिन हम अपने शत्रु पर भी झूठा इल्ज़ाम नहीं लगाते हैं और बिना किसी तर्क के उन पर भी आरोप नहीं मढ़ते हैं, हमारे मनोवैज्ञानिक युद्ध की शैली पूरी दुनिया से अलग है, हम मनोवैज्ञानिक युद्ध में भी झूठ नहीं बोलते हैं।

उसके बाद हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने क़ुरआन की प्रसिद्ध आयत को आधार बनाकर फ़रमायाः अफ़सोस तो यह है कि शत्रु ज़ायोनी शासन हिज़्बुल्लाह की सच्चाई और वीरता को स्वीकार करता है लेकिन अरब –जो सबसे बड़े काफ़िर और मुनाफ़िक़ हैं- हमारे इस गुण के बारे में संदेह करते हैं जो कि पिछली घटनाओं में साबित हो चुका है।

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