दुनिया दो दिन की

दुनिया दो दिन की

हज़रत अली (अ) ने फ़रमाया

दुनिया के दिन, दो दिन हैं

एक तुम्हारे हित में और दूसरा तुम्हारे अहित में

अगर वह तुम्हारे फ़ायदे में हो तो उदंडता न करो और अगर तुम्हारे नुकसान में हो तो क्षुब्धु व दु:खी मत हो।

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