हिज़्बुल्लाह हमले ने इस्राईल ख़ुफ़िया विभाग की पोल खोली

इस्राईल के ख़िलाफ़ सीरियाई सेना और लेबनान के प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह के बीच तालमेल बनने की रिपोर्टें आ रही हैं।

सीरियाई संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के अध्यक्ष इब्राहीम महमूद ने कहा कि सीरियाई सेना हिज़्बुल्लाह के साथ पूरी तरह तालमेल बनाए हुए है।

इब्राहीम महमूद ने समाचार एजेंसी तस्नीम से बातचीत में कहा कि क़ुनैतरा पर ज़ायोनी शासन का हमला सीरिया में इस शासन के पिछले हमलों का औचित्य पेश करने के परिप्रेक्ष्य में था। उन्होंने बल दिया कि सीरियाई सेना और हिज़्बुलल्ह ज़ायोनी शासन से निपटने के लिए एकजुट हैं।

दूसरी ओर सीरिया में फ़िलिस्तीन व इस्राईल के मामलों के शोधकर्ता तहसीन अलहलबी ने समाचार एजेंसी फ़ार्स से बातचीत में कहा कि हिज़्बुल्लाह के जियालों ने हिज़्बुल्लाह के महासचिव के भाषण से पहले जवाबी कार्यवाही इसलिए की ताकि इस्राईल हतप्रभ रह जाए। उन्होंने कहा कि ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ हिज़्बुल्लाह की कार्यवाही का फ़ैसला बहुत ही समझदारी भरा था।
तहसीन अलहलबी ने कहा कि तेल अविव, हिज़्बुल्लाह के साथ संघर्ष विराम की कोशिश करेगा क्योंकि वह प्रतिरोध के ध्रुव से व्यापक लड़ाई के अंजाम से भयभीत है। इस राजनैतिक मामलों के शोधकर्ता ने कहा कि प्रतिरोध की कार्यवाही, इस्राईल के सैन्य जासूसी सेवा की खुली नाकामी को दर्शाती है। हिज़्बुल्लाह के जियालों ने बिजली की सी तेज़ी से हमला करके क़ुनैतरा में प्रतिरोध के जियालों पर ज़ायोनी शासन के हालिया हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है।

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