बहरैन में महिला मानवाधिकार ताक़ पर, माँ और एक सप्ताह के बच्चे को 7 साल की सज़ा

बहरैन में महिला मानवाधिकार कार्यकर्ता और उनके एक सप्ताह के बच्चे को बहरैन नरेश का अपमान करने के आरोप में सात वर्ष की सज़ा सुनाई गयी है।

मनामा पोस्ट ने रिपोर्ट दी है कि बहरैनी मानवाधिकार कार्यकर्ता ज़ैनब ख़्वाजा ने न्यायालय में अपने मन की बात बयान करने के रूप में बहरैन नरेश का फ़ोटो फाड़ दिया था, उनका मानना है कि बहरैन में होने वाले सभी अमानवीय अपराध का ज़िम्मेदार बहरैन नरेश है। दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि बहरैनी पुलिस ने बुधवार को बताया कि बहरैनी कार्यकर्ता ख़लील हलवाजी को जिनके पास स्वीडन की नागरिकता भी है, दो सप्ताह और पुलिस कस्टडी में रखा जाएगा और 18 दिसंबर को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।

बुधवार की सुबह पुलिस ने हलवाजी के घर पर हमला करके उन्हें गिरफ़्तार करके थाने लाया गया था और उनसे जांच पड़ताल की जा रही है।

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