अंसारुल्लाह क्रांतिकारी गुट ने क्यों किया नये राष्ट्रपित का विरोध
यमन के अंसारुल्लाह क्रांतिकारी गुट ने पूर्व राष्ट्रपति अबदे रब्बेह मंसूर हादी की तरफ़ से अहमद औज़ बिन मुबारक़ को मंत्रीमंडल बनाने का विरोध किया है।
अलआलम से प्राप्त समाचार के अनुसार अंसारुल्लाह क्रांतिकारी गुट ने कहा है कि अबदे रब्बेह मंसूर हादी के इस फ़ैसले में विदेशी हाथ है।
अंसारुल्लाह क्रांतिकारी गुट के राजनीतिक विभाग के सदस्य ज़ैफ़ुल्लाह अलशामी ने अलआलम से बात करते हुए कहाः मंसूर हादी ने यह फ़ैसला सनआ में अमरीकी राजदूत से मुलाक़ात करने के बाद लिया है।
अंसारुल्लाह क्रांतिकारी गुट के राजनीतिक विभाग के एक सदस्य अली अलक़हूम ने भी विदेशी शक्तियों द्वारा राष्ट्रपित थोपे जाने की कोशिशों की चेतावनी दी है और कहा है कि यह कार्य यमन की क्रांति के विरुद्ध है।
इसी प्रकार उन्होंने चेतावनी दी है कि विदेशी शक्तियां यमन में पहले की हालत को वापस लाना चाहती हैं।
अंसारुल्लाह क्रांतिकारी गुट ने एक एलान जारी करके कहा है कि बिन मुबारक की नियुक्ति सुलह के समझौतों का उल्लंघन है।
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