पैग़म्बरे अकरम (स.) की भविष्यवाणी
अनुवादकः बुशरा अलवी
قال رسول الله صلى الله عليه و آله و سلّم
إذا كثر الزنا بعدى كثر موت الفجأة، و اذا طُفِّفَ المكيال اخذ الله بالسنين و النقص، و اذا منعوا الزكاة مَنَعَتِ الارضُ بركاتها من الزرع و الثمار و المعادن، و اذا جاروا فى الحكم تعاونوا على الظلم و العدوان، و اذا نقضوا العهود سَلَّطَ الله عليهم عدوهم، و اذا قطعوا الارحام جُعِلَت الاموالُ فى ايدى الاشرار، و اذا لم يأمروا بالمعروف و لم ينهوا عن المنكر و لم يَتَّبعوا الاخيار من أهل بيتى سلط الله عليهم اشرارهم فيدعوا عند ذلك خيارهم فلا يستجاب لهم
पैग़म्बरे इस्लाम (स) ने फ़रमायाः
मेरे बाद जब बलात्कार बढ़ जाए, तो अचानक होने वाली मौतो की संख्या बढ़ जाएगी।
और जब व्यापारियों के बीच कम तौल आम हो जाए, तो ख़ुदा लोगों को सूखे और कमी से दोचार कर देगा।
और जब ज़कात देने से मना कर दिया जाएगा, तो धरती खेती, फलों और कानों में अपनी बरकत को रोक देगी।
और जब न्याय और आदेश में अन्याय होने लगेगा, तो लोग अत्याचार और शत्रुता में एक दूसरे की सहायता करने लगेंगे।
और जब लोग वादा तोड़ने लगेंगे तो ख़ुदा उनके शत्रुओं को उनपर हावी कर देगा।
और जब सिलए रहम (आपसी संबंध) समाप्त हो जाएगा, तो सम्पत्ति और माल बुरों के हाथ में चला जाएगा।
और जब अम्र बिल मारूफ़ और नही अनिल मुनकर (अच्छाई का हुक्म बुराई से रोकना) छोड़ दिया जाएगा और नेक लोग मेरे अहलेबैत का अनुसरण नहीं करेंगे, तो उनमें से बुरे लोग उन पर हावी हो जाएंगे, और ऐसी अवस्था में उनके नेक लोग प्रार्थना करेंगे लेकिन उनकी प्रार्थना स्वीकार नहीं होगी।
(बिहारुल अनवार, जिल्द 77, पेज 157, हदीस 129)
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