अमरीकी एजेंट लड़ रहे हैं is के साथ
अमरीका के एक राजनैतिक टीकाकार ने कहा है कि सैकड़ों अमरीकी सैनिक या सीआईए के एजेंट इराक़ और सीरिया में सक्रिय आतंकवादी गुट आईएस के साथ मिल कर लड़ रहे हैं।
डॉन डिबार ने जो न्यूयार्क में रेडियो उद्घोषक व युद्ध विरोधी कार्यकर्ता भी हैं, बुधवार को प्रेस टीवी से टेलीफ़ोन पर बातचीत में, उस हालिया रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए यह बात कही कि जिसमें यह कहा गया है कि लगभग 300 अमरीकी नागरिक आईएस के साथ मिल कर लड़ रहे हैं।
वरिष्ठ अमरीकी अधिकारियों ने द वाशिंग्टन टाइम्ज़ को बताया कि अमरीकी सरकार उन अमरीकी आतंकवादियों के बारे में पता लगाने व जानकारी इकट्ठा करने का प्रयास कर रही है जो स्वदेश वापस आ सकते हैं और विदेश में हासिल प्रशिक्षण के ज़रिए आतंकवादी हमले कर सकते हैं। डॉन डिबार ने कहा कि आईएस को अमरीकी सेना की गुप्तचर इकाई ने बनाया है। इस आतंकवादी इकाई को अमरीका ने सीरिया और शायद दूसरे देशों को अस्थिर करने के लिए बनाया है।
उन्होंने कहा, “ मेरा विश्वास है कि आईएस के साथ अमरीकी हैं और इस बात का ज्ञान अमरीकी सरकार को है और यह अमरीकी सरकार द्वारा सौंपा गया कार्य है।”
डॉन डिबार ने कहा, “यदि आप इस गुट द्वारा उठाए गए हर क़दम के परिणाम पर ध्यान दें तो इस गुट ने वही काम किए हैं जो अमरीका चाहता था कि जिसके बारे में स्वयं अमरीकी सरकार कई बार घोषणा कर चुकी है या जब मुमकिन हुआ अमरीकी सरकार ने यह काम किए किन्तु वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से अधिकार हासिल नहीं कर सकता क्योंकि उससे इराक़ या सीरिया की संप्रभुता का उल्लंघन होता है या जिससे पिछले या उससे पहले वाले हफ़्ते अमरीकी कांग्रेस में पारित होने वाले प्रस्ताव का उल्लंघन होता है कि जिसमें काग़ज़ पर ही सही अमरीकी राष्ट्रपति को कांग्रेस की अनुमति के बिना किसी और युद्ध से रोकता है।”
आतंकवादी गुट आईएस सीरिया के उत्तरी क्षेत्र पर क़ब्ज़ा किए हुए है। इस गुट ने अपने आतंकवादी पड़ोसी देश इराक़ में जून में भेजे जिसने बड़ी तेज़ी से सीरिया की सीमा से मिले इराक़ के एक भाग पर क़ब्ज़ा कर लिया।
अमरीकी सेना ने पिछले हफ़्ते सीरिया में आईएस द्वारा अमरीकी पत्रकार जेम्ज़ फ़ोली का सिर काटने के बाद इस गुट के ठिकानों पर बड़े हमले की योजना बनानी शुरु कर दी है। अमरीका ने इराक़ में इस आतंकवादी गुट के ख़िलाफ़ सीमित स्तर पर 8 अगस्त से हवाई हमले शुरु किए हैं।
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