शिया उलेमा पर यूपी पुलिस की बर्बरता की कड़ी निंदा, आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग

हिन्दुस्तान के मशहूर शहर लखनऊ में शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद वक़्फ़ सम्पत्तियों की रक्षा के लिये आसेफ़ी मस्जिद (बड़ा इमामबाड़ा) से निकल कर कैबिनेट मंत्री आज़म ख़ां के घर का घेराव करने जा रहे शिया रोज़ेदारों पर पुलिस लाठी चार्ज की विभिन्न संस्थाओं नें निंदा करते हुए दोषी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही की मांग की है। इस सिलसिले में मक़सदे हुसैनी, शिया ओलमाए हिन्द, इमामिया एजूकेशनल ट्रस्ट, आल इण्डिया शिया मंच, ताज़ियेदार सेवक संघ आदि संगठनों नें लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए शहीद होने वाले बुज़ुर्ग कर्रार हुसैन के घर वालों को 20 लाख रुपये और घायलों को 5-5 लाख रुपये मुआवज़े की मांग की है।

ताज़ियादार सेवक संघ की एक मीटिंग अध्यक्ष हरीश चंद की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिसमें शुक्रवार को शिया मुसलमानों पर हुए लाठीचार्ज की सख़्त निंदा करते हुए शहीद कर्रार हुसैन की मौत पर खेद व्यक्त किया गया। इस मीटिंग में पुलिस और उत्तर प्रदेश सरकार की कड़ी आलोचना की गई और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से हस्तक्षेप की मांग करते हुए पूरे मामले की जांच निष्पक्ष एजेंसी से कराने की मांग की गई। हरीश चंद धानुक नें आरोप लगया कि यह लाठी चार्ज आज़म ख़ान के इशारे पर किया गया है।

दूसरी तरफ़ मौलाना सय्यद कल्बे जवाद नक़वी सहित विभिन्न स्थानों पर लोगों नें प्रदर्शन के दौरान अपनी जान देने वाले शहीद कर्रार हुसैन के इसाले सवाब के लिये मजलिसें कीं और उनकी मग़फ़िरत के लिये दुआएं मांगी। और उनके घर जाकर संवेदना दी।

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