ग़ज़्ज़ा पर जारी हैं बर्बर ज़ायोनी हमले 300 से अधिक की मौत


ग़ज़्ज़ा पट्टी पर शनिवार सुबह इस्राईल के ताज़ा हमलों में दस अन्य फ़िलिस्तीनी शहीद हो गए। अलआलम टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, ज़ायोनी युद्धक विमानों ने शनिवार की सुबह दक्षिणी ग़ज़्ज़ा के खान यूनुस क्षेत्र में लोगों की भीड़ पर सात हमले किए जिसमें 10 फ़िलिस्तीनी शहीद हो गए। इस तरह पिछले बारह दिनों से ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के पाश्विक हमलों में अब तक 316 फ़िलिस्तीनी शहीद और 2250 घायल हो चुके हैं।

चिकित्सा सूत्रों के अनुसार गुरुवार की शाम ज़मीनी हमले शुरू होने के बाद से 65 फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं। ग़ज़्ज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ़ क़दरह ने संवाददाताओं को बताया कि ज़ायोनी सेना के हवाई हमले में इसी प्रकार 10 फ़िलिस्तीनी घायल भी हुए हैं जिनमें तीन की स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है।

अशरफ़ क़दरह ने बताया कि ज़ायोनी युद्धक विमानों ने बैते हानून, दैरे बलह और ख़ान यूनुस में तीन हमले किए जिसमें वहां मौजूद सारे फ़िलिस्तीनी शहीद हो गये। उनका कहना था कि दस शहीदों को मिलाकर ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के हमले में अब तक 309 फ़िलिस्तीनी शहीद और 2250 घायल हो चुके हैं।

ग़ज़्ज़ा मानवाधिकार संगठन का कहना है कि इन हमलों में शहीद होने वालों में 80 प्रतिशत आम नागरिक हैं जिनमें महिलाओं और बच्चों की संख्या सबसे अधिक है।

दूसरी ओर हमास की सैन्य शाखा इज़्ज़ुद्दीन क़स्साम ब्रिगेड ने एक बयान में कहा कि वे इस्राईल के साथ लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं। बयान में कहा गया है कि यह प्रतिरोध की शक्ति का एक छोटा सा प्रदर्शन है और आने वाले दिन इस्राईलियों के लिए बहुत कठिन होंगे।

अलक़स्साम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने बताया कि हम ज़ायोनी शत्रु हमारी शक्ति के कुछ भाग से अवगत हुए हैं जबकि कुछ भाग गुप्त हैं। उनका कहना था कि हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ज़ायोनी दुश्मनों से लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं।

अबू उबैदा ने कहा कि ग़रीबी, भूख, संसाधनों की कमी और भीषण परिवेष्टन के बावजूद दुनिया हमारे मीज़ाइल और ड्रोन विमानों की साक्षी रही है। उनका कहना था कि अब हमारे जवानों के हाथ में इसराइली सैनिकों पर फेंकने के लिए पत्थर के बजाय हथगोले होंगे। उनका कहना था कि प्रतिरोध ने दसियों हज़ार हथगोले बना लिए हैं।

फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आन्दोलन हमास के प्रवक्ता ने कहा है कि ग़ज़्ज़ा पर आक्रमण में ज़ायोनी शासन को अपना कोई भी लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ।

सामी अबू ज़ूहरी ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि ग़ज़्ज़ा में इस्राईल अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर सका कहा कि इस्लामी प्रतिरोध ने ज़ायोनी शासन की झूठी धाक की पोल खोल दी। उन्होंने ग़ज़्ज़ा में इस्राईल द्वारा किये जा रहे जनसंहार की निंदा करते हुए इसे युद्ध अपराध बताया।

हमास के प्रवक्ता ने बल देकर कहा कि इस्राईल के हमले फ़िलिस्तीनी जनता के संकल्प को डिगा नहीं सकते। सामी अबू ज़ूहरी ने कहा कि फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध, इस्राईल को भारी क्षति पहुंचाएगा।

नई टिप्पणी जोड़ें