पाकिस्तान का एक शिया जवान सामर्रा में रौज़ों की सुरक्षा करते हुए शहीद + चित्र
पाकिस्तान के पाराचेनार के रहने वाला एक जवान जो कि ईरान के शहर क़ुम में धार्मिक शिक्षा प्राप्त कर रहा था ने जब सामर्रा में आतंकवादियों के आगे बढ़ने और इमाम अली नक़ी और इमाम हसन अस्करी (अ) के रौज़ों पर ख़तरे की ख़बर सुनी तो यह वीर जवान आतकंवादी संगठन isis के विरुद्ध जिहाद करने के लिए क़ुम से इराक़ की तरफ़ चल पड़ा।
यह पाकिस्तानी नौजवान जावेद हुसैन सामर्रा में रौज़ों की सुरक्षा करते हुए isis के विरुद्ध जिहादी कार्वाहियों में शहीद हुआ है।
प्राप्त समाचार के अनुसार जावेद हुसैन जिहादी कार्यवाहियों में गंभीर रूप से घाटल हो गये थे और बाद में उनकी शहादत हो गई।
इस वीर शहीद के जनाज़े को ईरान के पवित्र धार्मिक शहर क़ुम में धूम धाम से उठाया गया और गुरुवार के दिन नमाज़े जनाज़ा के बाद बहते आँसुओं के बीच बहिश्ते हज़रत मासूमा नामक क़ब्रिस्तान में दफ़्न कर दिया गया।
नई टिप्पणी जोड़ें