शैतान की ख़ुशी और जश्न का दिन
शैतान की ख़ुशी और जश्न का दिन
इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम ने आदमी की तीन विशेषताओं की तरफ़ इशारा किया है कि अगर यह उसमें दिख जाएं तो वह शैतान की ख़ुशी और जश्न का दिन होता है
आप फ़रमाते हैं:शैतान जिस पर ख़ुदा की लानत हो अगर किसी इन्सान पर तीन स्थान पर कंट्रोल कर ले तो वह कोई भी कार्य करें उसको अल्लाह स्वीकार नहीं करता है।
1. जब वह अपने अच्छे कार्यों को बड़ा समझने लगता है।
2. जब वह अपने पापों को भूल जाता है।
3. जब उसके अंदर घमंड और अहंकार पैदा हो जाए।
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