बहरैन में आले ख़लीफ़ा सरकार के विरुद्ध प्रदर्शनों में तेज़ी आई + चित्र
शुक्रवार के दिन बहरैन की राजधानी मनामा के पश्चिम में जुनुसान नामी क़सबे में हज़ारों लोग सड़कों पर निकले और उन्होंने आले ख़लीफ़ा सरकार कि विरुद्ध प्रदर्शन किया और और लोकतंत्र से समर्थन में नारे लगाए।
जिसके उत्तर में बहरैनी सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर रबड़ की गोलियां चलाई और आँसू गैस के गोले दाग़े।
स्पष्ट रहे कि बहरैन में मानवाधिकारों के हनन का सऊदी अरब अमरीका और कुछ पश्चिमी देश खुलेआम समर्थन कर रहे हैं।
मानवाधिकारों की हनन की हद यह है कि लोकतंत्र के समर्थन में प्रदर्शन करने वालों को गिरफ़्तार करके 15 से 20 सालों तक के लिए जेल कि सलाख़ों के पीछे धकेल दिया जाता है।
नई टिप्पणी जोड़ें