सऊदी अरब ईरान से डरता है/अरब लीग मुर्दों का सम्मेलन है
यमन अंसारुल्लाह के प्रमुख ने इस देश पर शत्रुओं के हमले का कारण यमनियों की पहचान समाप्त करना बताया है।
अब्दुल मालिक हौसी ने कहाः हमारा शत्रु सऊदी अरब और उसके सहयोगी देश हम से हमारी यमनी पहचान छीन लेना चाहते हैं और आज यह सांस्कृतिक हमले से इस्लाम के चेहरा ख़राब करना चहाते हैं, हम को उनके सांस्कृतिक हमले का मुक़ाबला करना होगा ताकि हम अपनी यमनी पहचान बचाए रख सकें।
उन्होंने यमन संकट के राजनीतिक हल के सऊदी अधिकारियों के बयान की तरफ़ इशारा करते हुए कहाः सऊदी लोग राजनीतिक समाधान नहीं चाहते हैं, बल्कि वह केवल यमनी संपदा दुरुप्योग करके हमारी क़ौम को अपना ग़ुलाम बनाना चाहते हैं।
अलहौसी ने इस बात की तरफ़ इशारा करते हुए कि सऊदी अरब और यमन दोनों ने इस युद्ध के बीच एक दूसरे के बहुत से लोगों को गिरफ़्तार किया है, कहाः हम क़ैदियों की अदला बदली के लिए तैयार है, अगरचे अमीराती सैनिकों के लहेज प्रांत में प्रेवश करने के साथ ही इस देश ने बड़े पैमाने पर क़ैदियों की अदला बदली में रुकावट डाली है।
अब्दुल मालिक ने कहा कि सऊदी शासन ईरान के साथ सीधा मुक़ाबला करने से डरता है और यही कारण है कि वह इराक़ और सीरिया में ईरानी ठिकानों पर हमला नहीं करता है।
अंसारुल्लाह महासचिव ने जार्डन में अरब लीग के सम्मेलन की तरफ़ इशारा करते हुए कहाः अरब लीग का सम्मेलन, मुर्दों का सम्मेलन है, और इसमें इस्लामी उम्मत की आधारभूत समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया है, और फ़िलिस्तीन के विषय अरब अधिकारियों ने पूर्ण रूप से भुला दिया है।
उन्होंने यमन के सिलसिले में ईरान के रुख की प्रशंसा करते हुए कहाः ईरान, यमन का सहयोग करने वाला और यमनियों के लिए उसके क़दम प्रशंसा योग्य हैं।
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