27% यहूदी इस्राईल छोड़ना चाहते हैं

इस्राईली संगठनों की ओर से कराए जाने वाले एक नए सर्वे में यह बात खुल कर सामने आई है कि 27 प्रतिशत यहूदी इस्राईल से अन्य देशों की ओर पलायन करना चाहिए।

 

इस्राईली संस्था मेडगाम ने अपने हालिया सर्वे के परिणामों की घोषणा करते हुए बताया है कि इस्राईल से अन्य देशों की ओर यहूदियों के पलायन की संख्या वर्ष 2000 से 2011 के बीच एक लाख 48 हज़ार रही है जिसका अर्थ यह है कि हर साल औसतन 13 हज़ार यहूदियों ने इस्राईल से अन्य देशों की ओर पलायन किया है। इस ज़ायोनी संस्था ने कहा है कि अन्य देशों से इस्राईल आने वाले यहूदियों की संख्या वर्ष 2015 में 31 हज़ार थी जो 2016 में घट कर 27 हज़ार हो गई। इस आधार पर फ़िलिस्तीन में रहने वाले अरबों की संख्या वर्ष 2020 में यहूदियों से अधिक हो जाएगी।

पलायनकर्ताओं को इस्राईल लाने संबंधी एक ज़ायोनी संस्था के प्रमुख आवरी कोहेन ने बताया कि बहुत से यहूदी, इस्राईल छोड़ने के इच्छुक हैं क्योंकि वे इस्राईल से किसी प्रकार का जुड़ाव महसूस नहीं करते और हमें इस गंभीर चुनौती का मुक़ाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए। कोहेन ने कहा कि इस सर्वे के परिणाम, इस्राईल में पहचान के गहरे संकट का पता देते हैं और इस्राईली समाज में गहरी खाई को उजागर करते हैं। क्षेत्र में ज़ायोनी शासन की युद्धक नीतियां, यहूदियों से किए गए झूठ वादे और फ़िलिस्तीनी गुटों से ज़ायोनी शासन की निरंतर पराजय, इस्राईल से यहूदियों के उलटे पलायन के मुख्य कारण हैं।

 

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