सेन्ट्रल अफ़्रीक़ा में मुसलमानों का जनसंहार + चित्र
सेन्ट्रल अफ़्रीक़न रिपब्लिक की राष्ट्रपति कैथरीन सांबा पान्ज़ा का कहना है कि वह मुसलमानों का जनसंहार करने वाले गुटों से संघर्ष करेंगी। उन्होंने कहा कि एंटी बालाक नामक गुट अपने मूल उद्देश्य से दिगभ्रमित हो चुका है और ऐसे गुट में परिवर्तित हो चुका है जो हत्यारा है, जो लूटपाट कर रहा है तथा हिंसक कार्यवाहियों में लिप्त है।
सूचना के अनुसार हर दिन दसियों टुकड़े टुकड़े लाशे सड़कों पर पड़े दिखाई देती हैं, जिनमें से ज्यादातर का संबंध मुसलमानों से होता है, जो ईसाई चरमपंथियों के हाथों खुलेआम क़त्ल होते हैं।
ह्यूमन राइट्स वॉच के सदस्य'' पेरबक्रट'' ने विचार व्यक्त किया है कि अगर यदि यही स्थिति जारी रही तो कुछ सप्ताह बाद मध्य अफ्रीका की राजधानी बांगी में एक भी मुसलमान नहीं बचेगा और सबका सफ़ाया हो चुका होगा।
एमनेस्टी इनटरनेश्नल का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय सेना अफ्रीका के इन दर्दनाक दृश्यों का तमाशा देख रही है और मुसलमानों को चरमपंथी ईसाइयों से बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही हैं।
सेन्ट्रल अफ़्रीक़न रिपब्लिक में जारी हिंसा के कारण लाखों मुसलमान पड़ोसी देशों कैमरून और चाड की ओर पलायन कर गए हैं जबकि हज़ारों लोग देश के भीतर ही शरणार्थी कैंपों में रह रहे हैं।
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