तकफ़ीरी मुफ़्तियों के अपने बेटे जिहाद के बजाए पेरिस जाना पसंद करते हैं!!!

सऊदी अरब में स्थित सीरियाई तकफ़ीरियों के मुफ्ती "अदनान अलअरऊर" और अन्य वहाबी तकफ़ीरी आतंकवादी मुफ़्तियों को इन दिनों बच्चों की अय्याशियों को लेकर विभिन्न प्रकार के प्रश्नों का सामना करना पड़ रहा है जिनके बच्चे यूरोप में अय्याशियां कर रहे हैं जबकि वह अरब युवाओं को जिहाद के नाम पर सीरिया में आतंकवाद की प्रेरणा दिलाने में व्यस्त हैं।

अबना से प्राप्त समाचार के अनुसार सोशल नेट्वर्किग साइयों पर यूज़र सलफ़ी तकफ़ीरी मुफ़्ती अदनान अलअरऊर की एक वीडियों व्यापक स्तर पर शेयर कर रहे हैं। इस वीडियों में आतंकवादियों का यह मुफ़्ती टीवी एंकर दाऊद अलशरयान का जवाब देता हुआ दिखाई दे रहा है।

अलशरयान ने इन मुफ़्तियों के विरुद्ध मोरचा खोल रखा है जो दूसरे नौजवानों को तो जिहाद के नाम पर सीरिया भेज रहे हैं लेकिन उनके ख़ुद के बच्चे योरोप में अय्याशियां कर रहे हैं।

अलशरयान उनसे पूछते हैं: तुम जो दूसरों को सीरिया जाकर तथाकथित जिहाद में भाग लेने निमंत्रण दे रहे हो अपने बच्चों को क्यों सीरिया नहीं भेजते हो?

अलशरयान ने टि्वटर पर अपने पेज पर लिखा: अदनान अरऊर और उनके बच्चे व्यापार कर रहे हैं, वे सीरिया में जिहाद के नाम पर पैसा इकट्ठा करने में व्यस्त हैं। और अपने घरों में गर्म बिस्तर पर सो रहे हैं जबकि हमारे बच्चे सीरिया में आतंकवादी समूहों की लड़ाई में मारे जा रहे हैं।

अलशरयान लिखते हैं: मैं पूछता हूँ कि अरऊर और बच्चे खुद क्यों सीरिया नहीं जाते और वह और उसके बच्चे खुद जाकर सीरिया में क्यों सक्रिय नहीं हो जाते?

किसने अरऊर को हमारी धरती (सऊदी अरब) पर गतिविधियों की अनुमति दी है और किसने उसे इन गतिविधियों के लिए सुविधा दी है?

अरऊर भी अलशरयान के जवाब में बहुत अजीब और शर्मनाक जवाब देते हुए कहा है कि उसके बच्चे उसका पालन नहीं करते और वह मेरी बातें सुनने के बजाय पेरिस चले गए हैं!

अरऊर ने "सीरियाई जनता के सहयोग" को शीर्षक से ट्वीटर पर ई बैंक खाता नंबर दिया है लेकिन कुछ लोगों ने यह सवाल उठाया है कि "कौन इन खातों की निगरानी कर रहा है और अरऊर को यह सहायता एकत्रित करने की अनुमति किसने दी है?

अधिकतर अरब युवा इस तरह के टीवी कार्यक्रमों में वृद्धि की मांग कर रहे हैं ताकि फ़साद फैलाने वाले तकफ़ीली मुफ़्तियों का चेहरे अधिक से अधिक बे नक़ाब हो सके।

अलअरब आनलाइन ने कुछ यूज़रों की प्रतिक्रिया को इस प्रकार प्रकाशित किया है

* हमारी सरकार ऐसे लोगों पर लगाम लगाए जो मुफ़्ती और प्रचारक कहलाते हैं।

* अलबरीक, अलकरज़ावी और अलअवाजी के बच्चे कहाँ हैं? हमारे भाइयों का खून पानी की तरह बहाया जा रहा है।

* अलबरीक जो हमारे युवाओं को मौत के मुंह में धकेल रहा है, खुद क्यों जिहाद के लिए नहीं जाता? हमारे पाक नबी (स )सबसे पहले ख़ुद जिहाद के लिए आगे बढ़ते थे और युद्ध के मैदान में उतरा करते थे, लेकिन तथाकथित जिहाद के यह मुफ्ती व उनके बच्चे लंदन और थाईलैंड में जिहाद कर रहे हैं!

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