बैहरैन: राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल भंग कर दी गई
बैहरैन की एक अदालत ने आज उलेमा काउंसिल को भंग करने और उसकी सारी सम्पत्ती जब्त कर लेने का आदेश जारी किया है। यह काउंसिल बैहरैन की सबसे बड़ी सार्वजनिक और शिया संगठन है।
जिसने बैहरैन जनता क्रांति के आरम्भ से ही इस देश की अत्याचारी सरकार के विरुद्ध जनता की जागरूकता आंदोलन की अगुवाई की है।
बैहरैन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन के एक वरिष्ठ सदस्य ने देश में आले खलीफा सरकार की क्रूर कार्यवाहियों के जारी रहने की खबर दी है।
बैहरैन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन के वरिष्ठ सदस्य ने आज अलआलम टेलीविजन चैनल के साथ बातचीत में इस देश की मुस्लिम उलेमा काउंसिल को भंग करने के लिए ऑल खलीफा सरकार की दमनकारी गतिविधियों के बारे में बातचीत करते हुए कहाः यह कदम, बैहरैन के स्वतंत्रता चाहने वालों, लोकतंत्र समर्थक और धार्मिक स्वतंत्रता का सिर कुचलने और उनको तोड़फोड़ की नीतियों का एक हिस्सा है।
बैहरैन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन के वरिष्ठ सदस्य ने इसी प्रकार बैहरैनी जनता के सम्मान को बढ़ाने और विरोध जारी रखने के लिए इस देश के उलेमा काउंसिल की गतिविधियों की ओर इशारा करते हुए कहाः इस परिषद को, जो जनता के दर्द और दुख से परिचित है, भंग किए जाने से बैहरैन राष्ट्रीय वार्ता प्रक्रिया को नुकसान पहुंचेगा।
दूसरी ओर बैहरैन के राष्ट्रीय एकता परिषद ने भी ऑले खलीफा सुरक्षा बलों के हमलों और अलमआमीर क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर चिंता जताई है।
आले खलीफा के सुरक्षा बलों ने पिछले दिन अलमआमीर क्षेत्र में एक ऑपरेशन के दौरान नागरिकों के घरों की घेराबंदी करके इस क्षेत्र से 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान हवा में सुरक्षा बलों के हेलीकाप्टर भी चक्कर लगाते रहे।
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