मिस्र में विवादित जनमत संग्रह शुरु हुआ

मिस्र में आज नए संविधान के मसौदे पर विवादित जनमत संग्रह शुरु होने के साथ ही अरब सुघ के महासचिव नबील अलअरबी ने सभी मिस्रियों से इसमें भाग लेने की अपील की है।


समाचार एजेंसी तस्नीम के अनुसार नबील अलअरबी आज क़ाहेरा में जनमत संग्रह के एक मतदान केन्द्र पहुंचे और उन्होंने सभी मिस्रियों से इसमें भाग लेने की अपील की और साथ ही उन्होंने इसे मिस्री जनता के जीवन में ऐतिहासिक दिन होने की भी संज्ञा दी।  

मिस्र के नए संविधान के मसौदे पर यह विवादित जनमत संग्रह मंगलवार की सुबह 9 बजे शुरु हुआ जो रात 9 बजे तक जारी रहेगा।

दूसरी ओर मिस्री चुनाव आयोग के एक अधिकारी हेशाम मुख़्तार ने बल दिया कि जनमत संग्रह आज रात स्थानीय समयानुसार नौ बजे तक जारी रहेगा किन्तु कल बुधवार को जनमत संग्रह पर मतदान उस समय तक जारी रहेगा जब तक लोग मतदान करते रहेंगे।

मिस्र में जनमत संग्रह ऐसी स्थिति में शुरु हुआ है जब इस देश के सबसे बड़े इस्लामी धड़े इख़्वानुल मुस्लेमीन ने जनमत संग्रह का बहिष्कार किया है और अपने समर्थकों से मतदान में भाग न लेने की अपील की है।

इस बीच मिस्र के अंतरिम सरकार के गृह मंत्री मोहम्मद इब्राहीम ने इस देश के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी के समर्थकों को जनमत संग्रह की प्रक्रिया में किसी प्रकार की रुकावट पैदा करने की ओर से चेतावनी दी है।

मोहम्मद इब्राहीम ने कहा कि सेना को जनमत संग्रह की प्रक्रिया में रुकावट डालने वालों से कड़ाई से निपटने का आदेश दिया गया है।

दूसरी ओर मिस्री गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने जनमत संग्रह शुरु होने से दो घंटे पहले क़ाहेरा में एक देसी बम के फटने की सूचना दी है।

फ़्रांस प्रेस के अनुसार क़ाहेरा के दक्षिण-पश्चिम में स्थित अंबाबा मोहल्ले में यह धमाका हुआ जिससे अदालत की एक इमारत के शीशे और रूप को क्षति पहुंची। अदालत के पास एक दुकान को भी क्षति पहुंची और इमारतों के शीशे टूट गए।

इस विस्फोट में किसी के हताहत या ज़ख़्मी होने की रिपोर्ट नहीं है।

मिस्र में लगभग 5 करोड़ 30 लाख लोग जनमत संग्रह में भाग लेने के योग्य हैं। यह जनमत संग्रह कल बुधवार को भी जारी रहेगा।

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