इज़्ज़त वाला कौन और ज़लील कौन?
इज़्ज़त वाला कौन और ज़लील कौन?
इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) से रिवायत है कि एक दिन जनाब सलमान फ़ारसी से एक अरबी का झगड़ा हो गया।
अरबी ने घमंड से कहा ऐ सलमान तुम्हारी हैसियत ही क्या है?
यह सुनकर हज़रत सलमान ने कहाः
اما اولی و اولک نظفۃ قذرۃ و اما آخری و آخرک جیفۃ فتنۃ فمن ثقلت موازینہ فھو الکریم و من خفت موازینہ فھو اللئیم
मेरा और तेरा दोनो का आरम्भ अपवित्र नुतफ़े (वीर्य) से है और मेरा और तेरा दोनों का अंत बदबूदार और मरना है। जिसकी नेकियों का पलड़ा आख़ेरत में भारी हो वह इज़्ज़त वाला और जिसकी नेकियों का पलड़ा लहका हो वह ज़लील है।
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