शियों का क़त्ल का कारण बनने वाले मुफ़्ती पर रोक।
शियों का क़त्ल का कारण बनने वाले मुफ़्ती पर रोक।
कुवैत के आधिकारियों ने वहाबी मुफ़्ती को उसके भड़काउ भाषड़ के कारण टी.वी पर बोलने से रोका।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार क़ुवैत के अधिकारियों नें वहाबी मुफ़्ती शाफ़िल अजमी को हिंसक भाषणों की वजह से टी. वी. पर बातचीत और भाषण देनें से मना रोक दिया है।
क़ुवैत के सूचना मंत्री सलमान अलहमूद नें संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बताया कि शाफ़िल अजमी की बातों के बारे में जाँच की जाएगी।
पिछले दिन इस वहाबी मुफ़्ती के क़ुवैत टी. वी. से प्रसारित होने वाले भाषण में उसनें सीरिया के शियों का क़त्ल करवाने की बात को स्वीकार करते हुए उनके बारे में अपमान और आपत्जति जनक बातें कहीं। उसनें इस नरसंहार पर ख़ुशी प्रकट की।
क़ुवैत के सूचना मंत्री नें कहा कि क़ुवैत की सरकार किसी को भी सांप्रदायिकता को फैलने नहीं देगी।
अलअजमी हमेशा शियों के विरुद्ध आर्टिकल लिख कर और ज़हरीले भाषण देकर सीरिया में जिबहतुन्नसरा को शियों की हत्या के लिये उकसाता रहा है।
दो महीने पहले इसके फ़तवे से जिबहतुन्नसरा नें सीरिया के दैरुल द़ौर प्रदेश के शिया बहुल क्षेत्रों में 60 बूढ़ों, औरतों और बच्चों की हत्या कर दी थी। इस दिल को दहला देनी वाली घटना में हुज्जतुल इस्लाम सय्यद इब्राहीम अल सय्यद के घर वालों के सामने उनकी बीवी और बेटे का सर काट दिया गया था।
शियों के इस नरसंहार के बाद इराक़ के एक व्यापारी नें अलअजमी के सर पर ईनाम रखा है जिससे उसनें भाग कर क़ुवैत को ठिकाना बनाया है।
क़ुवैत के सूचना मंत्री सलमान अलहमूद नें संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बताया कि शाफ़िल अजमी की बातों के बारे में जाँच की जाएगी।
पिछले दिन इस वहाबी मुफ़्ती के क़ुवैत टी. वी. से प्रसारित होने वाले भाषण में उसनें सीरिया के शियों का क़त्ल करवाने की बात को स्वीकार करते हुए उनके बारे में अपमान और आपत्जति जनक बातें कहीं। उसनें इस नरसंहार पर ख़ुशी प्रकट की।
क़ुवैत के सूचना मंत्री नें कहा कि क़ुवैत की सरकार किसी को भी सांप्रदायिकता को फैलने नहीं देगी।
अलअजमी हमेशा शियों के विरुद्ध आर्टिकल लिख कर और ज़हरीले भाषण देकर सीरिया में जिबहतुन्नसरा को शियों की हत्या के लिये उकसाता रहा है।
दो महीने पहले इसके फ़तवे से जिबहतुन्नसरा नें सीरिया के दैरुल द़ौर प्रदेश के शिया बहुल क्षेत्रों में 60 बूढ़ों, औरतों और बच्चों की हत्या कर दी थी। इस दिल को दहला देनी वाली घटना में हुज्जतुल इस्लाम सय्यद इब्राहीम अल सय्यद के घर वालों के सामने उनकी बीवी और बेटे का सर काट दिया गया था।
शियों के इस नरसंहार के बाद इराक़ के एक व्यापारी नें अलअजमी के सर पर ईनाम रखा है जिससे उसनें भाग कर क़ुवैत को ठिकाना बनाया है।
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