शीया मुसलमानों के जनसंहार की अलअज़र विश्वविद्यालय ने निंदा की
शीया मुसलमानों के जनसंहार की
अलअज़र विश्वविद्यालय ने निंदा की
23 जून को मिस्र की राजधानी क़ाहेरा के निकट अबु मुस्लिम क्षेत्र में शीया धर्मगुरु शैख़ हसन शहाता के घर पर आक्रमण कर दिया जहां एक धार्मिक जश्न मनाया जा रहा था। इस आक्रमण में शैख़ शहाता और तीन अन्य शीया मुसलमान मारे गए जबकि शैख़ शहाता के घर को जलाकर राख का ढेर बना दिया।
मिस्र के अलअज़हर विश्वविद्यालय ने कहा है कि धर्मगुरुओं पर आक्रमण और उनकी हत्या भयानक अपराध है और धर्म इसकी कदापि अनुमति नहीं देता।
विश्वविद्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इस्लाम तथा मिस्र धर्म और आस्था के कारण किसी की हत्या से कदापि सहमत नहीं हैं और वर्तमान कठिन परिस्थितियों में यह घटना बहुत कठिन घटना है। विश्वविद्यालय ने कहा कि इस घटना से सिद्ध होता है कि कुछ शक्तियां मिस्र को सांप्रदायिकता की आग में झोंक देना चाहती हैं। इस घटना की मिस्र के अन्य गलियारों ने भी कड़े शब्दों में निंदा की है।
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