पिछले 13 सालों में सऊदी कुप्रबंधन के कारण इतने हाजियों की हुई मौत
टीवी शिया, ट्वीटर पर हज व उमरा चैनल की रिपोर्ट में आया हैः हाजियों के यह बढ़ी संख्या 1423 हिजरी (2002) से लेकर 1436 हिजरी पिछले साल तक के अरसे में सऊदी अरब के कुप्रबंधन का शिकार हो गई है।
मरने वालों में 56 हज़ार 895 मर्द 33 हज़ार 344 महिलाएं थी मरने वाले 32 लोगों के लिंग का पता नहीं चल सका है।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि मरने वालों में 31 हज़ार 411 सऊदी नागरिक थे उसको बाद दूसरे नंबर पर पाकिस्तान के नागरिकों की मौत हुई है।
इस चैनल के अनुसार मरने वालों की संख्या उनकी नागरिकता के अनुसार इस प्रकार है
इंडोनेशिया 5837
मिस्र 5500
नाइजीरिया 4989
म्यानमार 4192
भारत 3744
बंग्लादेश 3671
यमन 3313
इस रिपोर्ट में सीरिया, अलजज़ाएर, सूडान, मराकिश, ईरान, तुर्की, मलेशिया की नागरिकता रखने वाले हाजियों की भी बड़ी तादाद में मौतें हुई हैं।
हज जो की सऊदी सरकार की अर्थ व्यवस्था का बड़ा स्रोत है में सऊदी अरब के कुप्रबंधन का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल ही एक रोड अचानक बंद कर दिये जाने के बाद 7000 से अधिक हाजियों की कुचलने और दम घुटने से मौत हो गई थी।
इन तमाम घटनाओं और मौतों के बाद भी सऊदी अरब की तानाशाह बादशाहत की बेशर्मी की हद यह है कि उसने न तो कभी मरने वालों के प्रति संवेदना प्रकट की है और न ही कभी इन घटनाओं पर जांच कमेटी बैठाई गई है।
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