इस्राईल यात्रा पर सऊदी अरब के अधीकारी का अजीब बहाना

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सऊदी अरब के ख़ुफ़िया विभाग के पूर्व अधिकारी अनवर इश्क़ी द्वारा इस्राईल की यात्रा पर मचे बवाल के बाद उन्होंने अपनी इस यात्रा पर अजीब बहाना पेश किया है

इस्राईल से जद्दा की तरफ़ वापसी के समय अनवर इश्क़ी ने इन्टरनेट समाचार पत्र सबक़ को दिया साक्षात्कार में कहा मैं इस्राईल नहीं गया था मैं केवल फ़िलिस्तीनियों के रहने वाले इलाक़ो में गया था और फ़िलिस्तीनी अधिकारियों ने ही मुझ इस यात्रा का निमंत्रण दिया था ताकि मुझे फ़िलिस्तनी लोगों के दुखों और शहीदों के परिवार वालों के स्थिति का पता चल सके (!)

ख़ुफ़िया विभाग का यह अधिकारी जो कि अमरीका में बंदर बिन सुल्तान का सलाहकार भी था और जिसको इस समय के सऊदी बादशाह का क़रीबी भी माना जाता है ने कहाः इस्राईली अपने चैनलों पर दिखा रहे हैं कि मैंने इस्राईल की यात्रा की है क्योंकि वह क़ुद्स को अपना मानते हैं लेकिन हर इस शहर को फ़िलिस्तीनियों का मानते हैं और हमारा मानना है कि इस समस्या का हल मलिक अब्दुल्लाह के सुझाव द्वारा होना चाहिये।

अनवर इश्क़ी ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ अपनी इस्राईल यात्रा की बातों को ग़लत बताया और कहाः मैं किसी प्रतिनिधिमंडल के साथ इस्राईल नहीं गया था और मैंने इस यात्रा में फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों का दौरा किया है।

अनवर इश्क़ी ने यह बात तब कही है कि जब बहुत पहले से ही अरबी चैनल उनको इस्राईल और सऊदी अरब संबंधों का दलाल बता रहे हैं और चैनलों ने उनकी इस यात्रा में भी अनवर इश्क़ी द्वारा इस्राईली अधिकारियों के साथ मुलाक़ात की तस्वीरों को दिखाया है।

इस्राईली समाचार पत्र हाआर्त्स ने भी लिखा है कि अनवर इश्क़ी ने तेल अवीव की यात्रा पर इस्राईल के विदेश मंत्रालय के महासचिव दूरो गोल्ड और संस के कुछ सदस्यों से मुलाक़ात की है।

हाआर्त्स ने लिखा की सऊदी बादशाह के क़रीबी और सऊदी अरब ख़ुफ़िया विभाग के पूर्व अधिकारी एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ इस्राईल पहुँचे हैं और इस यात्रा में उनके साथ विश्विद्यालय के प्रोफेसर और व्यापारी भी आए हैं।

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