उन्होंने मेरे कपड़े उतारे और मेरा रेप किया।

टीवी शिया अलआलम न्यूज़ एजेंसी ने नमाना पोस्ट के हवाले से ख़बर दी है कि बहरैन डाक्टर के ट्वीटर पेज पर लिखा: जो लोग आले ख़लीफ़ा की जेलों में बंद है वह न केवल यह कि अपने आधार भूत अधिकारों से महरूम हैं बल्कि जेलकर्मी वहां बंद कैदियों विशेषकर महिला क़ैदियों का शारीरिक शोषण कर रहे हैं।

इस रिपोर्ट में आया हैः इन क़ैदियों में से एक महिला जो बहरैन की राजधानी मनामा के गृहमंत्रालय के जेल में बंद है और जिसके कर्मचारी अपने बुरे व्यवहार के लिये प्रसिद्ध है ने अपनी हवस का निशाना बना है। अगर यही कार्य किसी कड़े कानून वाले डेमोक्रेटिक देश के सरकारी केन्द्र पर हुआ होता और वहां किसी का बलात्कार किया गया होता तो उस देश का प्रधानमंत्री इस्तेफ़ा दे चुका होता और अपराधियों से साथ उस पर भी केस चलता, लेकिन बहरैन में ऐसा कुछ भी नहीं होता है क्योंकि वह एक बिना क़ानून वाला देश और अराजक तत्वों का अड्डा है।

इस रिपोर्ट में बहरैन की अधिकारियों को संबोधित करके लिखा गया हैः ऐ बादशाह, वलीअह्द और गृहमंत्री, अगर बहरैन में क़ानून नाम की कोई चीज़ है तो कैसे गृह मंत्रालय के पूछताछ करने वाले एक महिला का बलात्कार करते हैं।

बलात्कार का शिकार महिला ने नाम न बताए जाने की शर्त के साथ बहरैन डाक्टर के ट्वीटर पेज पर दिये साक्षात्कार में कहाः मेरे जेल जाने के दूसरे दिन मेरे पास आपराधिक जांच विभाग के एजेंट के तीन सदस्य आए, उन्होंने मेरे कपड़े उतारे और मेरा रेप किया।

बहरैन डाक्टर ने ट्वीटर पेज पर लिखाः आपराधिक जांच विभाग के कुत्तों ने इस महिला के एक परिवार वाले को भी विवश किया कि वह उसका बलात्कार होते हुए देखे, ताकि बाद में वह अपनी इज़्ज़त के डर से इस महिला को हर प्रकार के जुर्म जो उसके किये हैं वह भी और जो नहीं किये हैं वह भी स्वीकार करने के लिये विवश कर सके।

बलात्कार का शिकार महिला कहती हैः इस समय मैं डिप्रेशन का शिकार हूँ और न मिटने वाले दर्द के लिये बहुत सारी दवाएं ले रही हूँ।

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