बक़ीयतुल्लह मामले में मारे गए 350 लोगों की लाशें सामूहिक क़ब्र में बरामद

पिछले साल के अंत में नाइजीरिया के ज़ारेआ में शियों के इमामबाड़े बक़ीयतुल्लाह पर सेना के हमले में मारे गए लोगों में से 350 की लाशें एक सामूहिक क़ब्र से बरामद हुई हैं।

टीवी शिया कादूना प्रांत के कुलों के महानिदेशक मोहम्मद नामादी मूसी ने नाइजीरियाई सेना के हमले में मारे गए लोगों की सामूहिक क़ब्र बरामद होने के बारे में बताया है।

नाइजीरियाई सूत्रों ने इन घटना में 300 से 700 तक लोगों के ग़ायब होने की बात कही है जिनका घटना के बाद से कुछ पता नहीं चल सका है।

चश्मदीदों का कहना है कि घटना वाले दिन बक़ीयतुल्लाह इमामबाड़े में शिया जमा हुए थे ताकि आतंकवादी हमले में मारे गए एक व्यक्ति के जनाज़े में शरीक हो सकें कि इसी बीच सेना ने बिना किसी पूर्व चेतावनी के इन लोगों पर हमला कर दिया।

नाइजीरियाई सेना ने इस हमले में इस्लामिक मूवमेंट के नेता शेख़ इब्राहीम ज़कज़की को गोलियों से घायल करके अज्ञात स्थान पर उठा ले गए।

इस घटना के बाद अहमद बीलू अस्पताल में 156 लाशें और सेना की छावनी पर 191 जनाज़ों की गिनती की गई जिनके काले कपड़ों में लपेटा गया था और जिसमें बच्चे और महिलाओं को भी देखा जा सकता था।

इस घटना के बाद से आज तक मारे जाने वाले लोगों के बारे में कोई भी सरकारी आंकड़े जारी नहीं किये गए हैं लेकिन ग़ैर सरकारी सूत्रों का कहना है कि इस घटना में कम से कम 300 लोग मारे गए हैं।

अहमद बीलू अस्पताल के एक डाक्टर का कहना है कि 12 दिसम्बर की रात को मैंने इस अस्पताल के पोस्टमार्टम विभाग में 400 लोगों की लाशों को गिना है।

दूसरी तरफ़ इस्लामिक मूवमेंट का कहना है कि इस घटना में उसके 750 सदस्यों का कुछ पता नहीं है और इन लोगों को जाते युद्ध में प्रयोग की जाने वाली गोलियों से मार दिया गया है या फिर अज्ञात स्थान पर क़ैद कर रखा है।

इस्लामिक मूवमेंट ने नाइजीरिया की सरकार पर आरोप लगाया है कि उन्होने शेख़ ज़कज़की को गैर क़ानूनी तरीक़े से क़ैद कर रखा है और उनको तुरंत आज़ाद किया जाए।

इस घटना के बाद से ही ईरान बहरैन इराक़ जैसे देशों ने इसकी कड़ी निंदा की थी और दुनिया में जगह जगह नाइजीरियाई सरकार के विरुद्ध और शेख़ ज़कज़की के समर्थन में प्रदर्शन किये गए थे।

नई टिप्पणी जोड़ें