अमरीका आतंकवादियों को देखता है लेकिन फिर भी उनपर बमबारी क्यों नहीं करता है?

ब्रिटेन के प्रसिद्ध समाचार पत्र इन्डिपेंडेट के लेखक राबर्ट फेस्क ने सीरियाई सेना और उनके सहयोगियों द्वारा ऐतिहासिक शहर तदमुर (पाल्मायरा) की आज़ादी को पश्चिमी दुनिया के लिए बड़ा झटका बताया है।

टीवी शिया राबर्ट फेस्क ने इन्डिपेंडेट में अपने लेख में कहा ब्रिटेन और अमरीका की सीरियाई सेना की ऐतिहासिक कामयाबी पर ख़ामोशी और आईएस के आतंकवादी से पाल्मायरा की आज़ादी जिसने आतंकवादियों को भारी क्षति पहुँचाई है पर चुप रहना चकित करने वाला है जब कि उनको तो सीरियाई सेना की इस सफ़लता पर जश्न मनाना चाहिये था विशेष कर उस समय जब कि आईएस के धमाके यूरोप के शहरों को थर्रा रहे हैं और जिसकी एक नमून ब्रसेल्स के धमाके हैं जिसमें 34 लोगों की मौत हुआ और 230 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

लेखक के अनुसार पाल्मायरा की आज़ादी न केवल सीरियाई सेना और उसके सहयोगियों की आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में तत्परता दिखाती है बल्कि अमरीकी नेतृत्व में गठित अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन की कमज़ोरी और विफलता को भी दिखा रही है क्योंकि यह गठबंधन अब तक दाइश को किसी एक भी स्थान से बाहर खदेड़ने में कामयाब न हो सका है।   

समाचार पत्र ने इस ऐतिहासिक शहर की आज़ादी पर बाराक ओबामा और डेविड कैमरून की चुप्पी की तरफ़ इशारा करते हुए लिखा जिस समय आतंकवादी इस शहर की ऐतिहासिक धरोहर की लूट खसोट कर रहे थे कैमरुन तब भी चुप थे, जब आतंकवादियों ने पुरातत्व वैज्ञानिक और पुरातत्व विभाग के पूर्व प्रमुख ख़ालिद अलअसद का गला काट दिया था कैमरुन तब भी चुप थे, जब कि उसके मुक़ाबले में जब सऊदी बादशाह की मौत हुई तो उसके सम्मान में ब्रिटेन के झंडे को आधा झुका दिया गया जब कि सभी जानते हैं कि यह सऊदी प्रशासन फांसी की सज़ा दिये जाने और गला काटने के लिये प्रसिद्ध है।

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फेस्क का कहना है कि सीरियाई सेना लगातार आगे बढ़ रही है और रूसी लड़ाकू विमान दाइश के ठिकानों पर बम बरसा रहे हैं लेकिन अमरीकी विमान कुछ नहीं कर रहे हैं, जिस पर लोगों को ज़हन में लगातार उठने वाले प्रश्न एक बार फिर जीवित हो गए कि आख़िर क्यों अमरीका दाइश के काफ़िलों और उनके लोगों पर हमला नहीं कर रहा है जब कि अमरीकी सरकार का दावा है कि वह आतंकवादियों के सफ़ाया करने का संकल्प कर चुके हैं?

फेस्क का कहना है कि अमरीकी आतंकवादी संगठन दाइश के मुक़ाबला के प्रति गंभीर नहीं है वह केवल आतंकवादियों की बढ़ती हुई शक्ति पर लगाम लगाना चाहते हैं।

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इन्डिपेंडेट ने लिखाः एक सीरियाई कमांडर ने होम्स शहर की सुरक्षा में आतंकवादियों के मुक़ाबले में अपनी टुकड़ी की हार और उसमें अपने बेटे की शहादत पर मुझ से प्रश्न कियाः अगर अमरीकी दाइश को समाप्त करना चाहते हैं तो जब वह उनको आसमान से देखते हैं तो उन पर बमबारी क्यों नहीं करते हैं?

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