यह हैं रूसी सेना के सीरिया से हटने के पाँच कारण

सीरिया से रूस के लड़ाकू विमान की वापसी के आदेश के साथ ही पश्चिमी मीडिया ने रूस के प्रधानमंत्री के इस फैसले पर अटकलें लगानी शुरू कर दी हैं।

टीवी शिया अमरीकी समाचार पत्र नेशनल इन्टरसेट ने पुतिन के इस फ़ैसले के पीछे के पाँच कारण लिखे हैं

1.    पूर्व निर्धारित कार्यक्रम

नेशनल इन्टरसेट के अनुसार सबसे पहला कारण यह हो सकता है कि सीरिया में रूस के लड़ाकू विमानों की उपस्थिति अल्पकालीन रहा ही और यह कार्यक्रम पूर्व निर्धारित रहा हो।

इसी बीच सीरिया संकट के राजनीतिक समाधान की बढ़ती संभावनाएं भी सीरिया से रूस की सेना के हटने का एक कारण हो सकती है।

2.    चरम पर दूर हटना।

दूसरी कारण यह है कि रूस ने सीरिया में अपने सैन्य आप्रेशन को अपने चरम पर रोका है, और सीरिया में रूस के सैन्य आप्रेशन ने न केवल मध्यपूर्व बल्कि पूरी दुनिया में रूसी सैनिकों की धाक जमा दी है और दिखा दिया है कि किस प्रकार रूस ने अमरीका, ब्रुक्सेल, रियाज़ और आंकारा की इच्छाओं के विपरीत सीरिया में अपनी इच्छानुसार हालात को बदल दिया।

3.    दूसरा अफ़ग़ानिस्तान बनने से रोकना।

इस समाचार पत्र के अनुसार कुछ पश्चिमी विश्लेषकों का मानना है कि सीरिया से रूस की हवाई सेना के वापस बुलाए जाने का वास्तविक कारण सीरिया में रूस के लिये दूसरा अफ़ग़ानिस्तान बनने से रोकना है।

4.    सऊदी अरब से टकराव को रोकना।

बहुत से विश्लेषकों का मानना है कि सीरिया से रूस के सेना का वापस बुलाया जाना मास्को द्वारा रियाज़ से टकराव को रोकने के लिये किया गया है, विशेषकर यह कि रूस ने दिखा दिया है कि वह सीरिया संकट के समाधान के लिये बातचीत का स्वागत करता है और उसमें रियाज़ के हितों का भी ध्यान रखा जाएगा।

5.    संकट के राजनीतिक समाधान पर बल

इस समाचार पत्र के अनुसार रूस ने यह बताने की कोशिश की है कि उसका दमिश्क़ को दिया जाने वाला समर्थन हमेशा अंतहीन नहीं होगा, क्योंकि सीरिया में सरकार विरोधियों का दावा है कि सीरिया में सेना की हालिया कामयाबियों के बाद राष्ट्रपति बश्शार असद जनेवा वार्ता में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।

यही कारण है कि अपने इस कार्य के माध्यम से मास्को ने दमिश्क़ को यह समझाने का प्रयत्न किया है कि वह सीरिया संकट के राजनीतिक समाधान पर बल देता है।

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