नसरुल्लाह की शान में गुस्ताख़ी करने पर अलअरबिया चैनल का संस्थापक बाहर

सऊदी मीडिया ने हिज़्बुल्लाह लेबनान के महासचिव सैय्यद हसन नसरुल्लाह के बारे में डाक्यूमेंट्री फ़िल्म दिखाए जाने के बाद अलअरबिया चैनल के प्रमुख को हटाए जाने की ख़बर दी है।

सऊदी साईट अलमुरसिद के अनुसार अलअरबिया चैलन की तरफ़ से हसन की कहानी नाम की डाक्यूमेंट्री फ़िल्म दिखाए जाने के बाद इस चैनल के प्रमुख तुर्की अलदख़ील को हटा कर उनके स्थान पर सलमान अलदूसरी को यह पद दिया गया है।

अलअरबिया चैनल ने कुछ दिन पहले हिज्बुल्लाह लेबनान के महासचिव सैय्यद हसन नसरुल्लाह के बारे में एक डाक्टूमेंट्री फ़िल्म दिखाई थी जिसमें उनको एक हारे हुए व्यक्ति की तरह दिखाने का प्रयत्न किया गया था लेकिन अलअरबिया चैनल की सोच के विपरीत यह फ़िल्म सैय्यद हसन नसरुल्लाह के हक़ में रही और फिल्म बनाने वाले उनके जीवन का कोई भी काला हिस्सा खोज पाने में नाकाम रहे इसलिये आधे घंटे की इस फ़िल्म में केवल उनके कुछ भाषणों को एडिटिंग करके दिखाया गया था।

इस फ़िल्म के दिखाए जाने के बाद से ही सऊदी अरब में इस चैनल के विरुद्ध आवाज उठ रही है और कहा यह जा रहा है कि इस फ़िल्म के माध्यम से चैनल ने हसन नसरुल्लाह की लोकप्रियता को बढ़ाया है और यह पीठ में खंजर मारने के जैसा है।

एक फ़िलिस्तीनी लेखक ने लिखा कि इस फ़िल्म ने न केवल यह कि नसरुल्लाह को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया बल्कि उनकी लोकप्रियता को बढ़ाया है

फ़िलिस्तीनी लेखक ख़ालिद अलजूसी लिखता है कि अलअरबिया की झूठी, मनगढ़ंत और मतभेद फैलाने वाली पालिसी ने आज उसका ही गरेबान पकड़ लिया है, यह चैनल चाहता था कि हसन नसरुल्लाह को ज़ुल्म के ख़िलाफ़ खड़े होने वाले शख़्स के बजाए एक हारे हुए व्यक्ति के तौर पर दिखाए लेकिन वह अपने मक़सद में कामयाब न हो सके और हसन नसरुल्लाह लोगों की निगाह में “हीरो” बन गए।

स्पष्ट रहे कि अलअरबिया वह चैनल है जो इराक़ और सीरिया में आतंकवादियों का बहुत बड़ा समर्थक और हिज़्बुल्लाह का बहुत बड़ा विरोधी है और इस चैनल से सैय्यद हसन नसरुल्लाह के जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री फ़िल्म के दिखाए जाने ने लोगों को चौंका दिया है। इसीलिये कहा गया है कि आसमान पर थूकने की कोशिश नहीं करनी चाहिये।

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