जब निहत्था ही भिड़ गया आतंकवादियों से
सऊदी अरब में शिया मुसलमानों की मस्जिद में हुए आत्मघाती हमले में नमाज़ियों की जान बचाने के लिए एक जियाले ने अपनी जान क़ुर्बान कर दी।
शुक्रवार को नमाज़ के दौरान अल-अहसा इलाक़े में स्थित इमाम रज़ा मस्जिद में एक आत्मघाती हमलावर ने जैसे ही मस्जिद में घुसने का प्रयास किया, शहीद हुसैन अल-बद्र ने आत्मघाती हमलावर को मज़बूती से दबोच लिया और उसे खींचकर मुख्य द्वार से दूर कर दिया, ताकि नमाज़ियों को कम से कम नुक़सान पहुंचे।
इस खींचतान के दौरान आतंकवादी ने कमर से बंधी अपनी विस्फ़ोटक बेल्ट का बटन दबा दिया, जिससे हुसैन और दो अन्य नमाज़ी शहीद हो गए।
रिपोर्ट के अनुसार, घर से मस्जिद काफ़ी दूर होने के बावजूद शहीद हुसैन प्रतिदिन पैदल चलकर ही मस्जिद जाते थे।
शहीद हुसैन के एक रिश्तेदार ने बताया कि इमाम रज़ा मस्जिद में होने वाले आतंकवादी हमले में उनके दो संबंधी गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के दौरान, सऊदी अरब के शिया बहुल इलाक़े की इमाम रज़ा मस्जिद में हुए आतंकवादी हमले में 5 लोग हताहत और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए।
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