मिस्र के वहाबियों ने भी शेख़ निम्र को मृत्युदंड दिये जाने की निंदा की
आले सऊद की उम्मीदों के विरुद्ध सऊदी अरब के शिया धर्मगुरु शेख़ अन्निम्र को मृत्युदंड दिये जाने ने न केवल यह कि मिस्र और दूसरे अरबी देशों के सल्फ़ियों को प्रसन्न नहीं किया है बल्कि कुछ प्रसिद्ध तकफ़ीरी-सल्फ़ी लोगों ने आले सऊद के इस अपराध की निंदा भी की है।
टीवी शिया उम्मीदों के विरुद्ध मिस्र के सल्फ़ी गुटों और उनके जैसी विचारधारा रखने वाले तकफ़ीरियों ने आले सऊद के पैरों तले ज़मीन सरका दी है, मिस्र के सल्फ़ियोने 47 लोगों को मृत्युदंड दिये जाने और शेख़ निम्र की हत्या की निंदा की है।
इस गुट ने इस आदेश को अन्यायपूर्ण और आले सऊद को अपराधी बताया है और मृत्युदंड को एक नया अपराध बताया है जो कि इस सरकार का इतिहास रहा है।
मिस्र के सल्फ़ी गुट ने कहा कि आले सऊद प्रशासन मिस्र में हत्या और जनसंहार के लिये पैसा ख़र्च कर रहा है और सऊदी अरब में भी विभिन्न बहानों के साथ अपनी इसी सियासत को अमली जामा पहना रहा है और लोगों का ख़ून बहा रहा है।
मिस्र के सल्फ़ियों ने बताया है कि सऊदी अरब में जो अदालती फ़ैसले आते हैं वह पूर्ण रूप से राजनीतिक हैं उनका शरअ से कोई लेना देना नहीं है केवल लोगों को धोखा देने के लिये उनको शरअ के भेस में दिखाया जाता है।
मिस्र के सल्फ़ी गुट के प्रवक्ता ख़ालिद सईद ने कहाः आले सऊद की जेलों में सालों से बेगुनाह लोग ग़ैर इंसानी हालत मे जी रहे हैं और उनके परिवार वालों को निशाना बनाया जा रहा है, आले सऊद प्रशासन हर उस व्यक्ति को या तो क़त्ल कर देता है या जेल में डाल देता है जो अरब देशों में अमरीका के बढ़ते दख़ल का विरोधी होता है।
अख़वानुल मुस्लेमीन के पूर्व लीडर कमाल अलहलबावी ने भी आले सऊद द्वारा शेख़ निम्र को अलक़ायदा के कुछ आतंकवादियों के साथ मृत्युदंड दिये जाने की निंदा की और कहाः शेख़ निम्र अलक़ायदा के कट्टर विरोधियों में से थे। उन्होने कहाः इस दुनिया का हर आज़ाद व्यक्ति चाहे वह शिया हो या सुन्नी शेख़ निम्र को मौत की सज़ा दिये जाने को ग़लत मानता है।
उन्होने आगे कहाः सऊदी अरब ने एक ऐसे व्यक्ति को मौत की सज़ा दी है जिसकी शैली बातचीत और सुलह थी। और इसके सऊदी अरब को बहुत बुरे परिणाम भुगते पड़ेंगे।
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