यूट्यूब ने मानी इस्राईल की बात

क़ुद्स इंतेफ़ाज़ा के शक्तिशाली होते ही ज़ायोनी शासन ने यूट्यूब के अधिकारियों से मांग की है कि फ़िलिस्तीन से संबंधित फिल्मों को हटा दिया जाए।

टीवी शिया अलआलम से प्राप्त समाचार के अनुसार ज़ायोनी शासन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता “इम्मानुएल नहशोन” ने बताया है कि इस शासन के अनुरोध पर यूट्यूब से हमास की बहुत सी वीडियों को हटा दिया है।

नहशोन ने कहा है कि इस्राईल ने गूगल के इस्राईली हेडक्वाटर को एक पत्र लिखा और कहा है कि इन वीडियोज़ में आतंकवादी हमलो को सही दर्शाया गया है और यहूदियों एवं इस्राईलियों को कट्टरपंथी दिखाया गया है।

उन्होंने कहा है कि यूट्यूब ने हमको कोई उत्तर नहीं दिया लेकिन हमको पता चल गया है कि उन वीडियोज़ को हटा दिया गया है, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कितनी वीडियोज़ को हटाया गया है।

उन्होंने इसी प्रकार कहा है कि फेसबुक के अधिकारियों के आगामी इस्राईली दौरे पर उनके मांग की जाएगी कि वह भी यूट्यूब से सीख लें।

इस अधिकारी ने यह बातें तब कहीं है कि जब फेसबुक पर भी इस्राईल के विरुद्ध किसी वीडियों या टेक्स्ट को डालना मना है।

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