बीफ़ की अफ़वाह फैलाकर मैनपुरी में मुस्लिम युवको के साथ मारपीट
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी ज़िले के करहल-नगरिया इलाक़े में 'गाय काटे जाने' की अफ़वाह फैलाकर हिंदु भीड़ ने दो मुस्लिम युवकों की बुरी तरह मारा पीटा है, जिसके बाद दोनों युवकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दादरी हत्याकांड की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि मैनपुरी ज़िले के करहल-नगरिया इलाक़े के क़ुरैशियान मोहल्ले में हिंसक भीड़ ने दो युवकों पर हमला कर दिया। हमलावरों का आरोप है कि यहां दो युवक देवी रोड के हैंडपंप के पास एक गाय को काट रहे थे।
उग्र भीड़ ने घटनास्थल पर पहुंची पुलिस के साथ भी मारपीट की और पुलिस की एक जीप में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया। वहीं एक और गाड़ी में भी आग लगा दी।
उग्र भीड़ ने इलाक़े की कई दुकानें भी जला डालीं। हमलावरों ने पुलिसकर्मियें पर पथराव भी किया।
करहल के एसडीएम विजय प्रताप का कहना है कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच के बाद ही पता चलेगा कि इलाक़े में गाय काटी गई थी या पहले से मरे हुए जानवर की खाल निकाली जा रही थी।
'ऋषि-मुनि भी खाते थे गोमांस, वेद-पुराणों में जिक्र
इस बीच, राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीफ़ को लेकर देश में सियासत करने की निंदा करते हुए कहा है कि हमारे ऋषि-मुनि भी बीफ़ खाते थे। इसलिए इस मुद्दे को लेकर हंगामा करना बेकार है।
राष्ट्रीय जनता दल नेता लालू यादव के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ राजद नेता रघुवंश प्रसाद ने ऋषि-मुनियों के ही बीफ खाने की बात कही है। प्रसाद के अनुसार देश में काफी समय से बीफ खाने का चलन है, इसे बुरा नहीं माना जा सकता। ऋषि-मुनि भी बीफ खाते थे। वेद पुराणों में भी इसका जिक्र है।
इसलिए वेद पुराणों में लिखी बातों को झुठलाकर उस पर इतना हंगामा करना गलत है। रघुवंश ने इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को भी नहीं बख्शा। कहा वो अपनी मर्यादा भूलकर गाली गलौज पर उतर आए हैं। उन्हें अपने पद की गरिमा बनाए रखनी चाहिए।
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