बहरैन पर सऊदी आक्रमण के आज चार साल पूरे हुए।

सऊदी अरब और कुछ अरबी देशों की सेना के बहरैन पर आक्रमण के आज चार साल पूरे होने के बाद भी इस देश में शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी हैं।

टीवी शिया सऊदी अरब की आले सऊदी सरकार ने आज के ही दिन (14 मार्च) को कुछ अरबी देशों के साथ मिलकर अपने बहुत से सैनिकों को टापू की ठाल के नाम के साथ बहरैन में भेजा, जिसके बाद इस देश के नागरिकों का दमन शुरु हुआ और उनके शांतिपूर्ण प्रदशनों का गला घोंटा जाने लगा, और इस कार्य में अभूतपूर्व तीव्रता आई।

इस आक्रमण की कल चौथी वर्षगांठ के अवसर पर हज़ारों बहरैनियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया।

अलदिया, अलदराज़, अलबिलादुल क़दीम, और राजधानी मनामा के पश्चिमी देहातों में यह प्रदर्शन किये गये। इन प्रदर्शनों में लोगों ने राजनीतिक बंदियों विशेषकर जमीअते वेफ़ाक़ के महासचिव शेख़ सलमान की आज़ादी की माग की, लोगों ने उनके चित्र हाथों में उठा रखे थे।

शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के मुक़ाबले में सुरक्षा बलों ने लोगों को तितर बितर करने के लिये आंसूगैस के गोले छोड़े और रबड़ की गोलिया चलाईं जिनमें कई लोग घायल हुए हैं।

दूसरे देशों की सेनाओं के ज़रिये दमन किये जाने के बावजूद इस देश के लोग अपने अधिकारों विशेषकर भेदभाव की समाप्ति, राजनीतिक सुधार और डेमोक्रेसी के लिये प्रदर्शन कर रहे हैं।

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