कर्बला में हर तरफ़ सुविधाएं हैं लेकिन मक्के में एक बोतल पानी भी मुश्किल से मिलता है (सऊदी लोग शियों से मेहमान नवाज़ी सीखें)
सऊदी लेखक "निदा आले सैफ़" जो "अलहयात" और "जहीना" नामक समाचार पत्रों के लिये लिखते हैं ने अपने नये लेख में इराक़ी लोगों द्वारा इमाम हुसैन के चेहलुम के अवसर पर श्रद्धालुओं को दी जाने वाली अभूतपूर्व सुविधाओं और सेवाओं के बारे में लिखते हुए सऊदी अरब के हज अधिकारियों से मांग की है कि उन्हें इराक़ी लोगों से मेहमान नवाज़ी सीखनी चाहिये।
यह लेखक जो कि इस बार चेहलुम के अवसर पर इराक़ में था लिखता है किस प्रकार पूरी दुनिया से लाखों लोग कम से कम सामान के साथ कर्बला की तरफ़ चल पड़ते हैं और उनको अधिक सामान की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि उनके लिये सारा सामान रास्ते में तैयार होता है। उसके बाद लेखक हज के मौसम में हाजियों पर होने वाले अत्याचारों, अव्यवस्था, आदि के बारे में लिखता है और कहता है कि काश हज कमेटी के कुछ अधिकारी चेहलुम के अवसर पर इराक़ आते और देखते कि मेहमान नवाज़ी क्या होती है।
वह लिखते हैं कि जहां एक तरफ़ चेहलुम के श्रद्धालुओं के लिये, पानी, खाने, दवा, मसाज़, जूते पर पालिश आदि सभी चीज़ की व्यवस्था स्वयसेवकों की तरफ़ से की जाती हैं वहीं मक्के में मिना के रास्ते में एक बोतल पानी के अतिरिक्त कुछ भी फ़्री नहीं मिलता है।
यह लेखल अंत में लिखता है कि चेहलुम में पैदल यात्रा करने वालों की सेना के लिये जगह जगह सैकड़ों कैंप रहने के स्थान फ़राहम हैं वहीं मक्के में मिना की तरफ़ जाते हुए आप थक जाएं तो थकन के बावजूद चलने के आपके पास कोई और चारा नहीं होता है चाहे यह थकन आपकी जान ही क्यों न ले ले।
नई टिप्पणी जोड़ें