ईसाई पादरी जो मुसलमान हो गया

मुझे पादरी की बातों पर विश्वास है और अगर वास्तविक ईश्वर "अल्लाह" है तो मैं नहीं चाहता कि क़यामत के दिन पापियों में गिना जाऊँ।

पॉप एडवर्ड जो 87 साल के हैं और जिन्होंने अपने जीवन के 43 सालों तक ईसाईयत का प्रचार किया है, और इन्डोनेशिया के रहने वाले हैं और अपने अपने क्षेत्र की प्रसिद्ध हस्ती है।

वह कुछ समय पहले चर्च की छत को सही करते समय गिर गये थे और 17 महीनों तक कोमा में रहने के बाद जब होश में आए तो उन्होंने ईसाईयत को छोड़ कर इस्लाम धर्म को स्वीकार कर लिया है।

एडवर्ड अपने मुसलमान होने के बारे में कहते हैं: ईश्वर ने उनपर आकाशवाणी की और बताया कि उसका नाम "अल्लाह" है और उनको आदेश दिया कि उसके धर्म इस्लाम को स्वीकार कर लूँ। ग़ौरतलब यह है कि इस पादरी को इस्लाम के बारे में कुछ भी अभी पता नहीं है और उसने कभी भी क़ुरआन नहीं पढ़ा है।

इस पादरी के मुसलमान होने के बाद उसके बहुत से अनुयायियों ने भी मुसलमान होने वाले हैं, जिनमें से एक ने बतायाः मुझे पादरी की बातों पर विश्वास है और अगर वास्तविक ईश्वर "अल्लाह" है तो मैं नहीं चाहता कि क़यामत के दिन पापियों में गिना जाऊँ।

यह ईसाई पादरी जब अस्पताल में था तभी उसने अपने अनुयायियों को मस्जिद बनाने का अदेश दिया था और यह लोग इस समय मस्जिद बनाने के लिये पैसा एकत्र कर रहे हैं और चर्च को बेचने वाले हैं।

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