यमन की राजधानी सनआ में धमाके 40 से अधिक मारे गए


यमन की राजधानी सनआ में बम हमले में कम से कम 43 व्यक्ति मारे गए।

सनआ के तहरीर स्कवाएर पर सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाकर किए गए इस आतंकवादी हमले में कई बच्चों सहित बहुत से घायल हुए। यह अशांति सरकार समर्थित सुरक्षा बलों की ओर से समर्थन प्राप्त तकफ़ीरी गुटों द्वारा अंसारुल्लाह गुट के क्रान्तिकारियों पर इसी प्रकार के हमले के बाद फूट पड़ी।

यमन में पिछले कई हफ़्तों से अंसारुल्लाह क्रान्तिकारियों और सलफ़ियों के बीच हिंसक झड़प हो रही है। अंसारुल्लाह कार्यकर्ता जिन्हें हौसी भी कहते हैं, सरकार से त्यागपत्र की मांग को लेकर सनआ में एक महीने से ज़्यादा समय से धरने पर थे। अंसारुल्लाह का कहना है कि सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त और वह शीया समुदाय के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार अपनाए हुए है इसीलिए वह सरकार से त्यागपत्र की मांग कर रहे हैं।

अंसारुल्लाह आंदोलन ने इस देश में उस लोकप्रिय क्रान्ति में निर्णायक रोल अदा किया था जिसने अब्दुल्लाह सालेह को फ़रवरी 2012 में सत्ता से हटने पर मजबूर किया था।

बुधवार को यमनी राष्ट्रपति अब्दो रब्बेह मंसूर हादी ने नव नियुक्त प्रधान मंत्री अहमद अवाद बिन मुबारक के त्याग पत्र को स्वीकार कर लिया है क्योंकि ने हौसियों सरकार की इस पसंद पर आपत्ति जतायी थी।

इस बीच एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार सनआ में भीषण धमाके के बावजूद अंसारुल्लाह के आह्वान पर बड़ी संख्या में क्रान्तिकारियों ने इस शहर में धरना दिया।

यमनी मीडिया के अनुसार अत्तहरीर स्कवाएर पर प्रदर्शन कर रहे क्रान्तिकारियों ने हर उस चीज़ का विरोध किया जिससे जनता की मांगों की अनदेखी हो।

दूसरी ओर पूर्वी यमन के सीमावर्ती अलअबर कैंप पर सशस्त्र हमले में कम से कम 13 व्यक्ति मारे गए।

इसी प्रकार एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार दक्षिणी यमन के हज़रमूत प्रांत के अलमकला और अलअबर मरुस्थल में दो आतंकी धमाकों में 11 यमनी सैनिक मारे गए। बुधवार को यमन के अलबैज़ा प्रांत में अलक़ाएदा के आतंकवादियों के हमलों में 14 व्यक्ति मारे गए थे।

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