मीडिया का शियों पर हमला बताया ख़तराः क़ाहेरा


टीवी शिया, क़ाहेराः मिस्र के पूर्व तानाशाह हुस्नी मुबारक की सरकार के पतन से बाद से ही इस देश की मीडिया ने श्रंख्लावार तरीक़े से शियों पर हमले जारी कर रखे हैं।

पहली क्रांति के आरम्भ में अपदस्त राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी ने शियों को यहूदियों से भी बदतर बताया और कहा कि शियों का मिस्र पर कंट्रोल नहीं होना चाहिए

मुस्री समर्थकों और वहाबियों के हाथों हसन शहाते की शहादत के बाद मिस्र के राष्ट्रपित और उसके समर्थकों की लोकप्रिता में कमी आई और अब्दुल फ़त्ताह सीसी के तख़्ता पलट के बाद शियों को मौक़ा मिला कि वह मिस्र में अपने मज़हब का प्रचार कर सकें।

लेकिन चूँकि सीसी डेमोक्रेटिक हुकूमत का दावेदार हैं इसलिये उसने वहाबी चैनलों को इस बात की अनुमति दी कि वह शिया मज़हब पर टिप्पणी करें और उनके धर्म का अपमान करें।

पिछले कुछ महीनों से मिस्र की मीडिया और चैलन लगातार शियों के विरुद्ध बोल रहे हैं और मिस्री नागरिकों को होशियार कर रहे हैं शियों को राजनीतिक, विभागीय स्तर पर पहुंचने से रोकें।

इसी कड़ी में मिस्र के एक चैनल ने दावा किया कि इस समय मिस्र में शियों की संख्या 10 से 15 हज़ार के बीच हैं, और लोगों को शियों से डरना चाहिए क्योंकि यह बहुत बड़ी संख्या है!! सऊदी अरब में शियों ने इससे कम संख्या में होने के बावजूद आले सऊदी सरकार को हिला कर रख दिया।

इस चैनल ने मिस्री राष्ट्रपति सीसी को कहा कि शियों से डरना चाहिए, शियों पर सीमित्ताएं लागू की जानी चाहियें।

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