तौबा तब तक स्वीकार है जब तक कि...

 तौबा तब तक स्वीकार है जब तक कि...

सकीना बानो अलवी

قال رسول الله صلّى ‏ الله‏  عليه ‏ و‏ آله و سلّم:

مَن تابَ قَبلَ مَوتِهِ بِسَنَةٍ قَبِلَ الله تَوبَتَه.

ثمّ قال: إنّ السنة لکثیرة، مَن تاب قبل موته بشهر قبل اللّه توبته.

ثمّ قال: إنّ الشهر لکثیر من تاب قبل موته بجمعة قبل اللّه توبته.

ثمّ قال: إنّ الجمعة لکثیر من تاب قبل موته بیوم قبل اللّه توبته.

ثمّ قال: إنّ یوماً لکثیر من تاب قبل أن یُعایِنَ قَبِلَ الله توبته.  

पैग़म्बरे इस्लाम (स) ने फ़रमाया

 जो भी अपनी मौत से एक वर्ष पहले तौबा करे, ईश्वर उसकी तौबा को स्वीकार करता है,

फिर आपने फ़रमायाः एक वर्ष अधिक है, जो भी अपनी मृत्यु से एक मास पहले तौबा करे, ईश्वर उसकी तौबा को स्वीकार करता है,

फिर आपने फ़रमायाः एक मास अधिक है जो भी अपनी मौत से एक शुक्रवार (एक सप्ताह) पहले तौबा करे ईश्वर उसकी तौबा को स्वीकार करता है,

फिर आपने फ़रमायाः एक शुक्रवार (सप्ताह) अधिक है जो भी व्यक्ति अपनी मृत्यु से एक दिन पहले तौबा करे ईश्वर उसकी तौबा को स्वीकार करता है,

फिर आपने फ़रमायाः एक दिन अधिक है जो भी अपनी मौत देखने से पहले तौबा कर ले ईश्वर उसकी तौबा को स्वीकार करता है।

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(उसूले काफ़ी जिल्द 2, पेज 44)

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