ओबामाः ख़तरा सुन्नी अतिवाद है न कि ईरान और शिया
अमरीका के राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने मध्यपूर्व के अरब देशों के कहा है कि वह सुन्नी अतिवाद से मुक़ाबले के लिए क़दम उठाएं, और कहा कि इस क्षेत्र में हमारे मित्र राष्ट्रों की समस्या ईरान नहीं बल्कि सुन्नी अतिवाद है।
टीवी शिया अलआलम से प्राप्त समाचार के अनुसार बाराक ओबामा ने मीडिया से भेंट कार्यक्रम में अमरीकी चैनल ए बी सी के कहाः स्पष्ट है कि हम चाहते हैं कि सुन्नी देश केवल सऊदी अरब ही नहीं बल्कि हमारे दूसरे मित्र राष्ट्र जैसे जार्डन, संयुक्त अरबी अमीरात और तुर्की अपनी कोशिशों को और बढ़ाएं।
उन्होंने कहाः अच्छी ख़बर यह है कि पहली बार हमे स्पष्ट रूप से पता चल चुका है कि सुन्नी सरकारों –जिसमें से अधिकतर हमारे मित्र राष्ट्र हैं- की समस्या ईरान या शिया सुन्नी विषय नहीं है, बल्कि समस्या सुन्नी अतिवाद है जो ISIS की सूरत में हमारे सामने है और बहुत बड़ा ख़तरा है।
अमरीका के राष्ट्रपति ने यह बात उस समय कही है कि जब ईराक़ी सेना, कुर्दिस्तान के पेशमर्गा बल और शिया बलों ने इराक़ में पिछले कुछ दिनों में ISIS के विरुद्ध बहुत सफ़लता अर्जित की है।
स्पष्ट रहे कि ISIS जो कि एक सुन्नी मज़हब गुट है के प्रकट होने और इराक़ एवं सीरिया में उसकी कार्यवाहियों ने सुन्नी अतिवाद से मुक़ाबले पर ध्यान दिये जाने के विचारों को बल दिया है।
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