is हमारी बिल्ली हमीं से मियाऊँ
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ब्रितानी प्रधान मंत्री डेविड कैमरन ने आतंकवादी गुट आईएस के अस्तित्व में आने के मूल कारणों तथा इस गुट के पश्चिम के लिए चुनौती बनने की अनदेखी करते हुए कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति आईएस से निपटने की योजना का भाग नहीं बन सकते। डेविड कैमरन ने वेल्ज़ के न्यूपोर्ट शहर में नेटो के शिखर सम्मेलन के अवसर पर शुक्रवार को प्रेस कांफ़्रेंस में दावा किया कि सीरिया के राष्ट्रपति बश्शार असद इस देश की समस्या का एक भाग हैं और आईएस के विरुद्ध वैश्विक गठजोड़ में उनका कोई स्थान नहीं है। ब्रितानी प्रधान मंत्री का आईएस के संबंध में भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण यह दर्शाता है कि सीरिया में इस गुट को गठित करने वाले, इस देश में इस गुट के संबंध में चिंतित नहीं हैं।
इराक़ में आईएस से कड़ाई से निपटने के लिए पश्चिम की कोशिश ऐसी स्थिति में है जब 2011 में अमरीकी गुप्तचर एजेंसी सी आई ए और इस्राइली जासूसी संगठन मोसाद सहित पश्चिम के गुप्तचर तंत्रों की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद आईएस को गठित किया गया।
इराक़ में वर्तमान आईएस जिसे पश्चिम अपने हितों के लिए ख़तरा समझता है, वही सीरिया में सक्रिय कल वाला आईएस है जिसकी उसके समर्थकों ने, आतंकवाद से संघर्ष के दोहरे मापदंड के दुष्परिणाम की ओर से आंख मूंदते हुए, हर प्रकार की वित्तीय एवं हथियारों से मदद की। आज का मोटा तगड़ा आईएस पश्चिम ख़ास तौर पर आतंकवाद से निपटने के संबंध में अमरीका और ब्रिटेन की विरोधाभासी नीतियों का परिणाम है। ऐसा षड्यंत्र जिसने बश्शार असद को सत्ता से हटाने के लिए लगभग चार साल की कोशिश के विफल होने के बाद, अपने आयोजकों की आंखों की नींद उड़ा दी है।
आईएस अपने आधुनिक हथियारों व स्वतंत्र वित्तीय स्रोतों के कारण ख़ुद को एक खिलाड़ी समझता है और अपने समर्थकों के लिए सीमाएं तय करता है। इस आतंकवादी गुट के तत्व कैमरे के सामने दो अमरीकी पत्रकारों के सिर काटते हैं और सउदी अरब व अमरीका पर हमले की भी बात करते हैं।
आज आईएस की गतिविधियां पश्चिमी जगत और उसके समर्थकों को यह संदेश दे रही हैं कि यह गुट पूर्व निर्धारित लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए पश्चिम के विशेष हथकंडे के तौर पर काम नहीं करेगा।
आईएस की सीरिया में बश्शार असद की सरकार को गिराने के लिए पश्चिम के उपकरण के तौर पर सेवा ली गयी किन्तु इस षड्यंत्र के नाकाम होने के बाद इस समय यह गुट अपने समर्थकों के लिए ख़तरा बन गया है। ऐसा ख़तरा जिसके बारे में वेल्ज़ में नेटो के शिखर सम्मेलन में चिंता साफ़ तौर पर दिखाई दी और सभी ने इस आतंकवादी गुट से निपटने की बात कही।
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