जानें क्यों इस्राईल राज़ी हुआ युद्ध विराम पर

हमास की राजनैतिक शाखा के प्रमुख ख़ालिद मशअल ने कहा कि ग़ज़्ज़ा के हालिया युद्ध में ज़ायोनी शासन पर प्रतिरोधकर्ताओं की विजय का रहस्य, जनता का भरपूर समर्थन है।

उन्होंने बृहस्पतिवार को क़तर की राजधानी दोहा में ग़ज़्ज़ा के पचास दिवसीय युद्ध में प्रतिरोध की सफलता के उपलक्ष्य में आयोजित एक प्रेस कांफ़्रेंस में इस बात पर बल देते हुए कि ग़ज़्ज़ा युद्ध की सफलता में समस्त फ़िलिस्तीनी और विश्व के समस्त स्वतंत्रता प्रेमी भागीदार हैं, कहा कि फ़िलिस्तीन की राष्ट्रीय एकता, प्रतिरोध और राष्ट्र की दृढ़ता का महत्त्वपूर्ण तत्व था। ख़ालिद मशअल ने इस बात की ओर संकेत करते हुए कि प्रतिरोध का परिवेष्टन संभव नहीं है क्योंकि प्रतिरोध की भावना लोगों के दिलोजान में मौजूद है, कहा कि फ़िलिस्तीनी राष्ट्र की मुख्य मांग अतिग्रहण की समाप्ति, स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी देश का गठन, बैतुल मुक़द्दस की स्वतंत्रता और समस्त फ़िलिस्तीनी धरती की स्वतंत्रता है।

हमास की राजनैतिक शाखा के प्रमुख ने इस बात पर बल देते हुए कि ज़ायोनी शासन के अपराधी अधिकारियों पर अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में मुक़द्दमा चलाया जाना चाहिए, कहा कि इस शासन ने पचास दिवसीय ग़ज़्ज़ा युद्ध के दौरान भीषण युद्ध अपराध किए हैं क्योंकि इस युद्ध में सैकड़ों बच्चे और महिलाएं शहीद हुई हैं। उन्होंने इसी प्रकार प्रतिरोध और उसके शस्त्र को पवित्र बताया और कहा कि ज़ायोनी शासन के पाश्विक हमलों के मुक़ाबले में फ़िलिस्तीन के प्रतिरोध ने शत्रु को पीछे हटने और संघर्ष विराम को स्वीकार करने तथा प्रतिरोध की मांगों के आगे झुकने पर विवश कर दिया।

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