आज़म खां भूले अपनी हद, मौलाना कल्बे जव्वाद को इस्लाम के नाम पर कलंक बताया

नगर विकास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद आजम खां ने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद पर सोमवार को गम्भीर आरोप लगाते हुये उनका खुल्लम खुल्ला अपमान किया है।

उन्होंने मौलाना पर आरएसएस के एजेंडे का प्रचार करने का आरोप लगाते हुये उन्हें इस्लाम के नाम पर कलंक तक कह दिया है। आज़म के इस अपमान के बाद मुसलमानों में ग़म व ग़ुस्सा पाया जा रहा है और प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जहां शिया उलमा ने आज़म खान के इस अपमान की कड़ी आलोचना की है वहीं सुन्नी उलमा भी मौलाना कल्बे जवाद के साथ खड़े नज़र आये हैं।

ग़ौरतलब है रमज़ान के आख़री जुमे को मौलाना कल्बे जवाद के नेतृत्व में लखनऊ में कैबिनेट मंत्री आजम खां के आवास का घेराव करने जा रहे हजारों की संख्या में शिया मुसलमानों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था। जिसके नतीजे में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी और सैकड़ो घायल हो गये थे, इससे ग़ुस्साए लोगों और पुलिस में भी झड़पें हुईं थीं और घटना से ग़ुस्सा शिया मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने आजम खां को इस्लाम के नाम पर कलंक बताया था।

मौलाना इस सिलसिले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाक़ात कर अपनी मांगे उनके सामने रखी थीं और उन्हें 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुये कहा था कि अगर 48 घंटे में उनकी मांगे पूरी न हुईं तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन छेड़ा जायेगा।

सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने मौलाना कल्बे जव्वाद को दी आज़म खां पर प्राथमिकता।

हालात को बिगड़ते देख सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मौलाना कल्बे जव्वाद से मुलाक़ात की थी और उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया था। इस मुलाक़ात के बाद मौलाना कल्बे जव्वाद और आज़म खां के बीच लंबे समय से चले आ रहे वक्फ बोर्ड विवाद पर सपा के कद्दावर मंत्री आजम खां को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। जिसे मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद की बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है।

दरअसल, शिया धर्मगुरु से मुलाकात के बाद सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने शिया वक्फ बोर्ड के चुनाव एक बार फिर स्थागित करने का हुक्म जारी कर दिया। सरकार ने इस पर मुहर लगाकर एक बार फिर आजम खां को हाशिये पर खड़ा कर दिया है।

मौलाना कल्बे जव्वाद की मांग पर मुलायम सिंह द्वारा शिया वक्फ बोर्ड के चुनाव स्थगित किए जाने से नाराज चल रहे आजम खां को उस समय बड़ा धटका लगा जब चार साल बाद मुलायम मंच पर अमर सिंह की भी वापसी हो गई।

चार साल बाद अमर-प्रेम की दोबारा शुरुआत से खुश मुलायम परिवार ने मंच से आजम का नाम तक हटवा दिया।

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