ग़ज़्ज़ा के मुसलमानों के समर्थन में जुलूस निकालना उपद्रव हैःवहाबी मुफ़्ती


सऊदी अरब के एक मुफ़्ती ने कहा है कि ग़ज़्ज़ा के समर्थन में जुलूस और रैली निकालना उपद्रव के समान है।

सऊदी अरब के मुफ़्ती और वहां के धर्मगुरूओं के प्रमुख अब्दुल अज़ीज़ बिन अब्दुल्लाह आले शेख़ ने अपने बयान में ग़ज़्ज़ाविसों के समर्थन में निकाले जाने वाले जुलूसों को उपद्रव की संज्ञा देते हुए ऐसा कार्य न करने का आह्वान किया है।  उन्होंने इस प्रकार के कार्यों से दूर रहने को कहा है।

पिछले सप्ताह सऊदी अरब की न्याय परिषद के प्रमुख सालेह हैदान के बयान के बाद दूसरी बार इस देश के किसी ज़िम्मेदार ने सऊदी अरब में फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में जुलूस निकालने या रैलिंया आयोजित करने का विरोध किया है।  इससे पहले सालेह हैदान ने कहा था कि फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में निकाले जाने वाले जुलूस यदि शांतिपूर्ण ढंग से निकाल जाएं तब भी वे लोगों की उपासना में विघ्न डालते हैं।

दूसरी ओर ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनियों के पाश्विक आक्रमण पर कुछ सरकारों द्वारा मौन धारण किये जाने के बावजूद इसके विरोध में विश्व के विभिन्न देशों में फ़िलिस्तीनियों विशेषकर ग़ज़्ज़ावासियों के समर्थन में रैलियों और जुलूसों का क्रम जारी है।

कई देशों में लोग फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में सड़कों पर निकल आए हैं। यह क्रम पिछले कई दिनों से चल रहा है। ग़ज़्ज़ा के निहत्थे अत्याचार ग्रस्त फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में जमर्नी, फ़्रांस, पुर्तगाल, भारत, पाकिस्तान, अमरीका, मलेशिया, तुर्की, ब्राज़ील, ईरान, मोरक्को, लेबनान, स्वीज़रलैण्ड नाइजीरिया, ब्रिटेन तथा विश्व के कई देशों में ग़ज़्ज़ा वासियों के समर्थन के साथ उनपर किये जाने वाले अत्याचारों को तत्काल रोकने की मांग की जा रही है।

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