isis ने शिया और सुन्नी दोनों को बताया काफ़िर!!
इराक़ी समाचार एजेन्सी अलग़द प्रेस ने एक रिपोर्ट में बताया है कि सेना के हाथों गिरफ़्तार होने वाले दाइश के एक सरग़ना का कहना है कि मेरा मानना है कि इराक़ में केवल वहाबी ही सुरक्षित हैं।
इस सरग़ना ने जिसे तिकरित के मकीशीफ़ा क्षेत्र में दाइश की ओर से गवर्नर बनाया गया था, गिरफ़्तारी के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यदि दाइश ने बग़दाद पर कंट्रोल कर लिया तो यहां के रहने वाले समस्त शिया, सुन्नी, कुर्दों और अन्य धर्मों के अनुयायियों को समाप्त कर देगा। उसका कहना था कि इस्लामी सरकार के गठन का लक्ष्य बग़दाद की राजधानी वाली इस्लामी सरकार का गठन करना है और इस सरकार के गठन से शिर्क और बुतपरस्ती के समस्त प्रतीकों को तबाह कर दिया जाएगा।
इस आतंकवादी से जब यह पूछा गया कि किस प्रकार तुम शिर्क का दम भरते हो जबकि बग़दाद में कई स्थान से अज़ान की आवाज़ सुनाई देती है और इस शहर के वासी नमाज़ पढ़ते हैं, तो उसने कहा कि शिर्क का पहली इबादतगाह काज़ेमैन में है अर्थात इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम का रौज़ा जबकि दूसरा अबूहनीफ़ा नोमान की क़ब्र है।
उसने इस सवाल के जवाब में कि अबू हनीफ़ा इस्लाम में मध्यमार्गियों के अगुवा हैं, कहा कि ऐसा नहीं है, वह धर्म में नई नई चीज़े दाख़िल करने वालों का अगुवा है। उसका कहना था कि हर इराक़ी जो अब्द्ल वह्हाब का अनुयायी नहीं है वह काफ़िर है।
दाइश के सदस्य का कहना है कि शिया और सुन्नी दोनों ही अधर्मी हैं और उन्हें अबू उमर बग़दादी की आज्ञापालन का वचन देना चाहिए और यदि ऐसा नहीं हुआ तो दाइश समस्त लोगों को चाहे वह शिया हों, सुन्नी हों, ईसाई हों सबकी गर्दन मार देगा।
दूसरी ओर इराक़ी सूत्रों कहना है कि सुरक्षा बल अंबार, सलाहुद्दीन, दियाला और नैनवा के विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं और सेना ने विभिन्न क्षेत्रों में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया जिसके दौरान दसियों आतंकवादी मारे गये हैं। सेना की यह कार्यवाहियां ऐसी स्थिति में जारी हैं कि अंबार सैन्य अभियान के कमान्डर उबैदुल्लाह बीदर ने आतंकवादियों से शीघ्र ही भीषण झड़पें होने की संभावना व्यक्त की है जबकि सेना की विशेष टुकड़ी ने कहा है कि अगले कुछ दिनों में तिकरित की स्वतंत्रता की घोषणा कर दी जाएगी।
इराक़ी सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि दाइश के आतंकियों से मुक़ाबले के लिए स्वयंसेवियों को रवाना कर दिया गया है। दूसरी ओर आतंकवाद निरोधक दल के प्रवक्ता सबाह नोमान का कहना है कि स्थिति पर सेना का पूर्ण रूप से कंट्रोल है। उनका कहना था कि सूक्ष्म सूचनाओं, प्रभावी गतिविधियों, शस्त्रों की आपूर्ती और रूसी युद्धक विमानों के बाद स्थिति पूर्ण रूप से परिवर्तित हो गयी है और दाइश के आतंकियों के मुक़ाबले में सेना की स्थिति बहुत अधिक मज़बूत है।
उनका कहना था कि बीजी रिफ़ाइनरी के अभियान के बाद से सुखोई विमानों ने औपचारिक रूप अभियान में भाग लेना आरंभ कर दिया और आतंकवादियों के ठिकानों पर ज़बरदस्त बमबारी की है।
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