अमरीका आतंकवाद विरोधी नारे से लेकर आतंकवादियों की सहायता तक


अमरीका एक ऐसा देश है जो पूरी दुनिया में यह ढिंडोरा पीटता है कि वह सारी दुनिया में शांति स्थापित करना चाहता है, और उसका मक़सद यह है कि वह दुनिया से आतंकवाद को मिटा दे, लेकिन हक़ीक़ इसके बिलकुल उलट है, अमरीका एक तरफ़ तो आतंकवादियों को समाप्त करने का दावा करता है और दूसरी तरफ़ इन्ही आतंकवादियों की सहायता करता हुआ दिखाई देता है, और इसका ताज़ा उदाहरण इराक़ और सीरिया में लड़ रहे आतंकवदियों की सहायता करना है।

अलआलम चैनल से प्राप्त समाचार के अनुसार अमरीका के राष्ट्रपति ओबामा  ने गुरुवार को अमेरिकी कांग्रेस से सीरियाई विरोधियों को हथियार सप्लाई करने और उनको सैन्य प्रशिक्षण देने के लिए 500 मिलयन डालर देने की बात कही है।

व्हाइट हाउस का कहना है कि इन पैसों से सीरियाई बश्शार असद का मुक़ाबला कर सकेंगे और isis अपने क्षेत्रों की सुरक्षा कर सकेगी।

अमरीका ने सीरिया में गृह युद्ध छिड़ने से लेकर अब विरोधियों को अब तक 287 मिलयन डालर की सहायता की है।

वाशिंगटन पोस्ट लिखता है कि बहुत संभव है कि isis की यह सैन्य ट्रेनिंग जार्डन में हो।

अमरीका आतंवादियों की सहायता की बात उस समय में कर रहा है कि जब यह आतंकवादी अमरीका, सऊदी और क़तर जैसे देशों का समर्थन पाकर सीरिया और अब इराक़ में भोले भाले लोगों का ख़ून बहा रहे हैं।

यह है अमरीका की आतंकवाद विरोधी पालीसी, और यही है अमरीका का अस्ली चेहरा

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