आयतुल्लाह सीस्तानी के फ़तवे ने दाइश की नींद उड़ाई/ हम फ़तवे का इन्तेक़ाम लेंगेः दाइश
अयतुल्ला सय्यद अली अल सीस्तानी पवित्र शहर नजफ़ के एक मामूली से घर में रहते हैं लेकिन उनके एक फ़तवे ख़ूख़ार आतंकवादी संगठन दाइश की नींद उड़ा दी है, उनका यह फ़तवा उस समय आया जब यह तकफीवी आतंकी मूसल पर क़बज़ा करने के बाद तिकरीत और बग़दाद की तरफ़ बढ़ रहे थे।
पिछले 48 घंटों में जब से इराक़ और अरब चैनलों पर इस फ़तवे को दिखाया गया है, फ़ैजी भर्ती केन्द्रों पर हज़ारों स्वंयसोवकों की क़तार लग गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक बीस लाख लोगों ने अपना नामांकन भरा है। आपके इस फ़तवे ने इराक़ी सेना में एक आत्मविश्वास भर दिया है और उनको विश्वास हो गया है कि यह तकफ़ीरी टोला चीटियों की भाति मसल दिया जाएगा।
आयतुल्लाह सीस्तानी के फ़तवे नें अपना असर दिखा दिया है। दूसरी तरफ़ बसरा और इराक़ के दूसरी सुन्नी आलिमे दीनों ने भी जिहाद का फ़तवा दारी कर दिया है
इस फ़तवे का बाद इसी इराक़ के नौजवान और प्रसिद्ध आलिम मुक़दता सद्र मेहदी आर्मी के संस्थापक ने भी अपनी सेना को इराक़ के कोने कोने में दाइशी आतंकियों के विरुद्ध कार्यवाही करने का आदेश दे दिया है।
इस समय इऱाक़ में दाइश की हालत यह है कि उसके सबसे बड़े समर्थक सऊदी अरब और अमरीका भी स्पष्ट रूप से उसकी सहायता करने की स्थिति में नहीं है
जब से यह फ़तवा आया है तभी से शिया और सुन्नी स्वंयसेवक भर्ती केन्द्रों पर टूटे पड़े हैं और हर कोई अपना नाम लिखवा रहा है और आतंकवादियों से लड़ने के लिए बेताब दिखाई दे रहा है। लोगों के बीच इस जोश को देखकर आतंकवादी संगठन दाइश के छक्के छूट गए हैं।
इस फ़तवे के बाद आतंकवादियों को बौखलाहट को इसी से समझा जा सकता है कि जम मूसल की केन्द्री मस्जिद के सुन्नी इमाम शेख़ मोहम्मद अल मंसूरी ने दाइश की बैअत करने से इन्कार कर दिया तो उनको फांसी पर लटका दिया गया।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार दाइश ने अपनी हार का जिम्मेदार आयतुल्लाह सीस्तानी के फतवे का करार दिया और अपने एक बयान में आयतुल्लाह सीस्तानी से बदला लेने का ऐलान भी किया है।
दाइश के इस एलान के बाद इराकी जनता में शोक और गुस्से की नई लहर दौड़ गई और लोग धर्मगुरू पर अपनी जान देने के लिए सड़कों पर निकल आए हैं और इस समय पूरा इराक लब्बैक या हुसैन और लब्बैक या सीसतानी के नारों से गूंज रहा।
दूसरी ओर विश्लेषकों का मानन है कि आयतुल्लाह सीस्तानी एक साहसी व्यक्तित्व के मालिक हैं और उन्होंने पहले भी इस तरह की धमकियों का डटकर मुकाबला किया. इसलिए दाइश की धमकी का कोई नतीजा नहीं निकलने वाला।
इसी तरह कल आयतुल्लाहिल उज़मा सीस्तानी कार्यालय के एक अधिकारी ने नजफ़े अशरफ़ में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा है कि आयतुल्लाहिल उज़मा सीस्तानी ने सभी इराकी नागरिकों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है।
आयतुल्लाह सीस्तानी के फ़तवे के बाद इराक़ का मंज़र
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