सऊदी अरब में सरकार विरोधी प्रदर्शन करने पर दो शिया जवानों को मौत की सज़ा


सऊदी अरब की एक अदालत ने पूर्वी प्रांत में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में भाग लेने और सुरक्षा बलों पर हमला करने के आरोप में दो शिया युवा कार्यकर्ताओं को मौत की सज़ा सुनाई है।

20 वर्षीय अली मोहम्मद बाक़िर अलनमर पर क़तीफ़ में सरकार विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने, विद्रोह, हंगामा मचाने और के आरोप लगाए गए थे।

इससे पहले सोमवार को सऊदी अरब के मशहूर शिया आलिमे दीन शेख़ जाफर अलरबह के 26 वर्षीय बेटे रजा अलरबह को भी मौत की सज़ा सुनाई गई थी।

गौरतलब है कि तेल समृद्ध शिया बहुल पूर्वी प्रांत में शिया अल्पसंख्यक समुदाय अपने बुनियादी अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करती रही है, लेकिन उनकी आवाज को निरंकुश शासन के खिलाफ विद्रोह करार देकर दबाया जा रहा है।

मानवाधिकार वैश्विक संगठनों के अनुसार, सऊदी अरब की जेलों में 30 हजार से अधिक शिया और सामाजिक कार्यकर्ता बंद हैं, जिनमें से एक बड़ी संख्या ऐसी है कि वर्षों बीत जाने के बाद भी उनके खिलाफ आरोप तै नहीं किए जा सके हैं।

वर्ष 2011 के बाद से पूर्वी प्रांत में लोकतंत्र और सरकार विरोधी गतिविधियों में पर्याप्त वृद्धि हुई है.

सऊदी सुरक्षा बल सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर उन पर तरह तरह के अत्याचार ढाते हैं और उनके परिवार को डराया धमकाया जाता है।

अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि जिन हमलों में शामिल होने पर दोनों युवकों को मौत की सजा सुनाई गई है उन हमलों में कोई सुरक्षा कर्मी घायल भी हुआ था या नहीं।

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