अलअज़हर के शेख़ का बहरैनी शियों को समर्थन और, अरबी मीडिया में उनकी बातों के सेंसर किया जाना


टीवी शिया रिपोर्ट, अलअज़हर विश्वविद्यालय के शेख़ अहमत अलतय्यब ने अपनी बहरैन की यात्रा पर शियों के विरुद्ध आले ख़लीफ़ा की दमनकारी नीतियों और कार्यवाहियों की निंदा की है।

अहमद अलतय्यब ने अपनी बातों में कहा कि आले ख़लीफ़ा को चाहिए कि वह शियों के विरुद्ध अधिक सहिष्णुता दिखाएं, उन्होंने अपनी बातों में शियों के विरुद्ध की जाने वाली कार्यवाहियों पर चिंता जताई है।

शेख़ ने कहाः शेख़ शलतूत के फ़तवे के अनुसार शिया मज़हब पाँच मज़हबों में से एक है जिसके मान्यता दी गई है, और यह सही नहीं है कि शियों का इस प्रकार क़त्लेआम हो, आले ख़लीफ़ा सरकार बहरैन में जो कर रही है वह इस्लामी और अरबी आचरण के विरुद्ध, और इस्लाम के चेहरे पर एक काला धब्बा है।

इन बातों पर प्रतिक्रिया दिखाते हुए बहरैन में इस्लामी मामलों के लिए उच्च समिति के अध्यक्ष अब्दुल्लाह बिन ख़ालिद आले ख़लीफ़ा ने तीव्र प्रतिक्रिया दिखाई और अलतय्यब की बातों के वास्तविक्ता से दूर बताया।

अब्दुल्लाह बिना ख़ालिद की प्रतिक्रिया पर शेख़ ने दुख जताते हुए बैठक को बीच में छोड़ कर क़ाहिरा वापस आ गए।

ध्यान देने वाली बात यह है कि बहरैन और अरबी मीडिया ने अलअज़हर के शेख़ की इन बातों को पूर्ण रूप से सेंसर कर दिया। और उनकी तरफ़ से मनगढ़ंत बातों के पेश किया।

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