शिया समुदाय बना रक्षक सैकड़ों की बचाई जान


मुज़फ़्फ़र नगर में फैली नफ़रत की आग में भले ही लोग एक दूसरे के ख़ून के प्यासे हो रहे हों, लेकिन जौली गाव की शिया बिरादरी ने लोगों के बीच एकता की मिसाल क़ायम कर दी, और इस प्रकार साबित कर दिया कि सच्चा इस्लाम लोगों को मारने का हुक्म नहीं देता है अलग सच्चा इस्लाम देखना है तो अहलेबैत के मानने वालों के पास आना होगा।

घटना उस समय की है कि जब जौली गाँव के 17 शिया परिवारों नें दंगे में फंसे सैकड़ों लोगों की जान बचाई और उनके लिए खाने पानी का बंदोबस्त किया, और उसके बाद इन लोगों को सुरक्षित उनके घरों तक भी पहुँचाया।

मुज़फ़्फ़र नगर के दंगे में जहां एक ओर हिन्दु और मुसलमान एक दूसरे के खून के प्यासे हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर शिया समुदाय ने सैकड़ों हिन्दुओं को अपने गांव में पनाह दी और अपने गांव में दंगा नहीं होने दिया।

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